Bihar News: पटना में 2750 जगहों पर लगेंगे अत्याधुनिक कैमरे, CCTV फुटेज से पहचाने जाएंगे अपराधी
राजधानी पटना में अब सीसीटीवी के जरिये शहर की निगरानी होगी. 2750 स्थानों पर अत्याधुनिक तकनीक से लैस सीसीटीवी लगाये जाऐंगे.15 माह में इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल परियोजना पूरी होगी.
पटना नगर निगम और आसपास के क्षेत्रों की निगरानी, सुरक्षा, यातायात व्यवस्था एवं आपदा प्रबंधन को मजबूत करने के लिए पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा 15 महीनों के भीतर इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आइसीसीस) प्रोजेक्ट को पूरा किया जायेगा. इस प्रोजेक्ट के तहत शहर की निगरानी एवं सुरक्षा के लिए 2750 स्थानों पर अत्याधुनिक तकनीक से लैस सीसीटीवी कैमरे लगाये जायेंगे.
प्रभात खबर ने शनिवार को ही प्रकाशित की थी खबर
50 स्थानों पर इमरजेंसी कॉल बॉक्स व पब्लिक एड्रेस सिस्टम की व्यवस्था की जायेगी. सोमवार को नगर आयुक्त सह पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक हिमांशु शर्मा एवं परियोजना के लिए चयनित एजेंसी लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड के वरीय अधिकारियों की उपस्थिति में दोनों पक्षों के बीच एकरारनामा किया गया. मालूम हो कि प्रभात खबर ने बीते शनिवार को ही ‘2700 कैमरों से होगी पूरे शहर की निगरानी’ शीर्षक से आइसीसी परियोजना की खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी.
अत्याधुनिक तकनीक से लैस होंगे सीसीटीवी कैमरे
2750 स्थानों पर अत्याधुनिक तकनीक से लैस सीसीटीवी कैमरे लगाये जायेंगे. इन कैमरों से प्राप्त फीड को वीडियो एनालिटिक्स के माध्यम से डी-कोड किया जायेगा. साथ ही कैमरा हाव-भाव के आधार पर भी व्यक्ति विशेष की पहचान कर लेगा. इससे गुमशुदा लोगों व वॉन्टेड अपराधियों की पहचान आसान होगी. भविष्य में कैमरों की संख्या भी बढ़ायी जायेगी.
220 किलोमीटर तक ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क
सीसीटीवी कैमरों, ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के यंत्रों, पब्लिक एड्रेस सिस्टम, इमरजेंसी कॉल बॉक्स आदि को निर्बाध आपूर्ति के लिए शहर में करीब 220 किलोमीटर तक ऑप्टिकल फाइबर केवल नेटवर्क का रिंग तैयार किया जायेगा. जो संचार के विभिन्न माध्यमों के लिए बैकबोन का कार्य करेगा.
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50 स्थानों पर इमरजेंसी कॉल बॉक्स :
परियोजना में इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के तहत नंबर प्लेट पहचान, लाल बत्ती उल्लंघन, स्पीड लिमिट उल्लंघन, बिना हेलमेट सवारी, ट्रिपल सवारी की डिजिटल मॉनीटरिंग होगी. वहीं, आइसीसीसी प्रोजेक्ट के तहत 50 स्थानों पर इमरजेंसी कॉल बॉक्स व पब्लिक एड्रेस सिस्टम की व्यवस्था की जायेगी.