बिहार को लघु उद्योगों के लिए और फंड की गुंजाइश करे केंद्र, सूबे की होगी तरक्की : नीतीश कुमार
पटना : वर्चुअल उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार से कहा है कि वह बिहार को सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग के लिए और फंड की गुंजाइश करे. इससे बिहार को काफी फायदा होगा. उन्होंने कहा कि राज्य में सड़क, पुल व अन्य विकास के कार्य तेजी से किये जा रहे हैं. ऐसे में सुक्ष्म व लघु और मंझोले उद्योगों में और काम किये जायेंगे तो बिहार की और तरक्की होगी.
पटना : वर्चुअल उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार से कहा है कि वह बिहार को सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग के लिए और फंड की गुंजाइश करे. इससे बिहार को काफी फायदा होगा. उन्होंने कहा कि राज्य में सड़क, पुल व अन्य विकास के कार्य तेजी से किये जा रहे हैं. ऐसे में सुक्ष्म व लघु और मंझोले उद्योगों में और काम किये जायेंगे तो बिहार की और तरक्की होगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि नये तरीके से मरम्मत किये गये पश्चिमी लेन से लोग जब गुजरेंगे, तो नये तरीके की अनुभूति होगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह जानकर खुशी हो रही है कि महात्मा गांधी सेतु का पूर्वी लेन भी डेढ़ साल में तैयार हो जायेगा. उन्होंने गांधी सेतु के साथ ही भागलपुर में विक्रमशिला सेतु के समानांतर फोरलेन पुल निर्माण की प्रक्रिया शुरू करने पर केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी का आभार जताया.
मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार से बक्सर से वाराणसी को सीधे फोरलेन के जरिये जोड़े जाने का अनुरोध किया. उन्होंने कहा कि इससे वाराणसी तक का आवागमन आसान हो जायेगा. इसके साथ ही मोकामा से लखीसराय होते हुए मुंगेर तक एनएच-80, मुजफ्फरपुर से बरौनी एनएच-28, खगड़िया से पूर्णिया और मुजफ्फरपुर से सीतामढ़ी-सोनवर्षा एनएच-77 को भी फोरलेन बनाये जाने की मांग की.
पीएम पैकेज से कई पुलों का हो रहा काम
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के द्वारा घोषित पैकेज के तहत कई परियोजनाओं पर काम शुरू हुआ है और शेष पर काम शुरू किया जाना है. उनके बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गयी है. उन्होंने कहा कि इस पैकेज के तहत कई पुलों और सड़कों का निर्माण केंद्र सरकार द्वारा किया जा रहा है.
नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग की काफी संभावनाएं हैं. राज्य सरकार ने उद्योग नीति में परिवर्तन किया है. हमलोगों का उद्देश्य है कि मजबूरी में रोजगार के लिए किसी को बिहार से बाहर न जाना पड़े. राज्य का जनसंख्या घनत्व 1100 से अधिक है, जो कि राष्ट्रीय औसत से काफी ज्यादा है. राज्य का पिछले 10 वर्ष से विकास दर दहाई अंक में है. लोगों की व्यक्तिगत आय में भी वृद्धि हुई है. 2005 में राज्य में प्रजनन दर 4.3 थी, जो अब घटकर 3.2 हो गयी है. राज्य में जनसंख्या नियंत्रण के लिए लड़कियों को शिक्षित करने पर विशेष जोर दिया जा रहा है.
Posted By : Kaushal Kishor