बिहार बनेगा टेक्सटाइल हब, पटना समेत इन शहरों में खुलेंगे सिल्क, हैंडलूम और हैंडीक्राफ्ट के बड़े सेंटर
केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने शुक्रवार को कहा कि आने वाले समय में बिहार टेक्सटाइल सेक्टर का केंद्र बनकर उभरेगा, हमारे पास इस सेक्टर में सबसे बड़ा वर्क फोर्स है. इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया कि कपड़ा उद्योग के क्षेत्र में बिहार में आने वाले समय में कौन-कौन से काम होंगे...
Textile Investor Meet : बिहार में उद्योग को बढ़ावा देने और निवेश आकर्षित करने के लिए पटना में दो दिवसीय टेक्सटाइल इन्वेस्टर मीट का आयोजन किया गया. मीट के दूसरे दिन शुक्रवार को उद्घाटन सत्र के बाद केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि बिहार में एक नया राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान (निफ्ट) स्थापित किया जाएगा. इसके अलावा भागलपुर, नवादा, नालंदा, गया और पटना में रेशम, हथकरघा और हस्तशिल्प के नए केंद्र खोले जाएंगे. साथ ही बेतिया और मुजफ्फरपुर के बाद बेगूसराय में भी बड़ा टेक्सटाइल क्लस्टर विकसित किया जाएगा.
हैंडलूम का बड़ा एक्सपो आयोजित होगा
केंद्रीय मंत्री गिरिराज ने कहा कि अक्तूबर-नवंबर में बिहार में हैंडलूम का बड़ा एक्सपो आयोजित किया जायेगा. देश में कृषि के बाद सबसे सबसे बड़ा उद्योग देने वाला सेक्टर वस्त्र उद्योग है. इसमें करीब साढ़े चार करोड़ लोगों को रोजगार मिला हुआ है. वित्तीय वर्ष 2024-25 में पचास लाख रोजगार और बढ़ा कर इस सेक्टर में पांच करोड़ रोजगार करने का लक्ष्य हासिल करेंगे. इस लक्ष्य को हासिल करने में बिहार की बड़ी भूमिका होगी.
टेक्सटाइल सेक्टर में 350 बिलियन डॉलर के कारोबार का लक्ष्य
गिरिराज सिंह ने कहा कि टेक्सटाइल सेक्टर में अभी 176 बिलियन डॉलर का कारोबार है. इसे बढ़ाकर 350 बिलियन डॉलर करने का लक्ष्य निर्धारित किया है. इसमें से 100 बिलियन डॉलर का निर्यात करने का भी लक्ष्य है. कहा कि आगामी समय में बिहार टेक्सटाइल सेक्टर का बड़ा केंद्र बन कर उभरेगा. क्योंकि हमारे पास इस सेक्टर का सबसे बड़ा वर्क फोर्स है.
जीविका दीदी बिहार की अर्थव्यवस्था की बनेंगी ग्रोथ इंजन
टेक्सटाइल मंत्री ने जोर देकर कहा कि बिहार की जीविका दीदियां टेक्सटाइल सेक्टर में बड़ा काम करेंगी. आगे जाकर वह ग्रोथ इंजन साबित होंगी. उनकी बदौलत बिहार की जीडीपी में उल्लेखनीय इजाफा होगा. टेक्सटाइल मीट के बारे में उन्होंने कहा कि बिहार में निवेश करने लोग आ रहे हैं, आज भी भी निवेशक आये हैं, उनमें 90 प्रतिशत पहली बार आये हैं.