चैती छठ 2022: नहाय-खाय के साथ शुरू हुआ महापर्व, पटना के 26 घाट सुरक्षित, जानें खतरनाक घाटों के नाम
Chaiti Chhath 2022: चैती छठ 2022 नहाय खाय के साथ शुरू हो गया है. पटना के 26 घाटों को सुरक्षित घोषित किया गया है जबकि खतरनाक घाट भी चिन्हित किये गये हैं. जानिये किन घाटों को घोषित किया गया असुरक्षित...
Chaiti Chhath 2022: सूर्योपासना का चार दिवसीय महापर्व चैती छठ मंगलवार से शुरू होगा. इस महापर्व का पहला दिन मंगलवार को नहाय-खाय के व्रत से शुरू हो गया है. श्रद्धालुओं ने सोमवार को गंगा नदी में स्नान करने के बाद पर्व के लिए तैयारी शुरू कर दी है.
छठ महापर्व के दूसरे दिन
छठ महापर्व के दूसरे दिन श्रद्धालु दिन भर बिना जल ग्रहण किये उपवास रखने के बाद सूर्यास्त होने पर पूजा करते हैं और उसके बाद एक बार ही दूध और गुड़ से बनी खीर खाते हैं. जब तक चांद नजर आये तब तक पानी पीते हैं और उसके बाद से उनका करीब 36 घंटे का निराहार व्रत शुरू होता है.
महापर्व के तीसरे दिन प्रथम अर्घ
महापर्व के तीसरे दिन व्रतधारी अस्ताचलगामी सूर्य को प्रथम अर्घ अर्पित करते हैं. व्रतधारी डूबते हुए सूर्य को फल और कंद मूल से अर्घ्य अर्पित करते है. पर्व के चौथे दिन फिर व्रतधारी उदीयमान सूर्य को दूसरा अर्घ देते हैं. इसके बाद ही श्रद्धालुओं का 36 घंटे का निराहार व्रत समाप्त होता है.
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पटना सिटी के सात, दानापुर के पांच घाटों पर चैती छठ
पटना शहरी क्षेत्र स्थित कुल 26 घाटों पर चैती छठ का आयोजन होगा. इन 26 घाटों को छठ पर्व के लिए जिला प्रशासन द्वारा उपयुक्त घोषित किया गया है. इनमें पटना सदर अनुमंडल के 14 घाट, पटना सिटी अनुमंडल के सात घाट एवं दानापुर अनुमंडल के पांच घाट है शामिल हैं. प्रशासन की ओर से कुल 24 घाटों को खतरनाक घोषित किया गया है. इन खतरनाक घाटों पर आमजन का प्रवेश निषेध होगा.
प्रशासन की तैयारी
छठ पूजा के अवसर पर व्रतियों की सुविधा, भीड़ नियंत्रण एवं शांतिपूर्ण ढंग से त्योहार को संपन्न कराने के उद्देश्य से सोमवार को पटना समाहरणालय सभागार में एक ब्रीफिंग बैठक का आयोजन किया गया. चैती छठ के अवसर पर दंडाधिकारी पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति के लिए आदेश निर्गत कर दिया गया है. इस वर्ष चैती छठ मंगलवार से नहाय-खाय के साथ प्रारंभ हो गया है.
प्रशासन ने जारी की सुरक्षित घाटों की सूची
पटना के खतरनाक घाटों पर जाना प्रतिबंधित रहेगा. सुरक्षित घाटों की संख्या 26 है जिनके नाम पाटीपुल घाट, दीघा घाट, राजापुर पुल घाट, गेट नंबर 92 घाट, गेट नंबर 93 घाट, सूर्य मंदिर घाट गेट नंबर 83, मखदूमपुर दीघा घाट गेट नंबर 88, काली घाट, कदम घाट, कलेक्ट्रियट घाट, पटना कॉलेज घाट, कृष्णा घाट, गांधी घाट, राजेंद्र कृषि फॉर्म तालाब, लॉ कॉलेज घाट, चौधरी टोला घाट, महावीर घाट, घघा घाट, कंगन घाट, गुरुगोविंद सिंह घाट, दीदारगंज घाट, पीपापुल घाट दक्षिणी, नारियल घाट, नासरीगंज घाट, शाहपुर घाट, एसडीओ या कचहरी घाट हैं.
खतरनाक घोषित घाट
पीपापुल उत्तरी घाट, कटाही घाट, महाराज घाट, केशवराय घाट, अदालतघाट, मिश्री घाट, टीएन बनर्जी घाट, जजेज घाट आदि घाट खतरनाक हैं.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan