chaiti chhath 2022: सूर्यापासना तथा लोक आस्था का महापर्व चार दिवसीय चैती छठ के दूसरे दिन बुधवार को खरना संपन्न हुआ. छठव्रतियों ने गुड़ की खीर और रोटी का प्रसाद बनाकर चांद देखकर प्रसाद ग्रहण किया. परिवार के सदस्यों और सगे-संबंधियों के बीच प्रसाद का वितरण किया गया. प्रसाद पाने के लिए लोग देर रात तक एक दूसरे के घर जाते रहे. गुरुवार को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ दिया जायेगा. शुक्रवार की सुबह में उदयीमान सूर्य को अर्घ देकर चार दिवसीय पर्व संपन्न होगा.
चैती छठ पर्व (chaiti chhath 2022) पर छठ व्रती गंगा किनारे के 26 घाटों पर भगवान भास्कर को अर्घ देंगे. अर्घ देने के लिए पटना के घाट किनारे सारी तैयारी पूरी कर ली गयी है. पंडाल से लेकर लाइटिंग लगाने का काम पूरा हो गया है. घाट किनारे (patna chhath ghat) महिलाओं के लिए चेंजिंग रूम बनाये गये हैं. घाट पर पहुंचने के लिए रास्ता भी तैयार हो गया है. अस्थायी पेयजल की व्यवस्था के साथ शौचालय भी बनाया गया है.
दीघा साइड में घाट किनारे समतल जमीन होने से व्रतियों को पहुंचने में सुविधा होगी. घाट पर बैरिकेडिंग का काम भी हो गया है ताकि व्रती को कोई परेशानी नहीं हो. जिला प्रशासन ने 26 घाटों को अर्घ देने के लिए उपयुक्त मानते हुए वहां पर नगर निगम के साथ मिल कर तैयारी की है. जबकि 24 घाटों को खतरनाक घोषित किया है. पटना सदर से लेकर पटना सिटी तक 21 व दानापुर अनुमंडल में पांच घाट है.घाट किनारे पार्किंग की व्यवस्था भी की गयी है.
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दीघा में पर्याप्त जगह होने से व्रतियों को काफी सुविधा होगी. वहां पार्किंग की भी व्यवस्था है. दीघा घाट, पाटी पुल, मीनार घाट, गेट संख्या 83, 88, 92 व 93 में अर्घ देने में व्रतियों को काफी सुविधा होगी. वे वाहन से सीधे घाट तक पहुंच सकते हैं.
दीघा के आसपास सटे घाटों की दूरी लगभग ढाई सौ से तीन सौ मीटर है. घाट किनारे सुरक्षा को लेकर नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है. वाच टावर भी बनाये गये हैं. वाहन से आनेवाले व्रतियों के लिए पटना कॉलेज मैदान, सायंस कॉलेज मैदान, लॉ कॉलेज में पार्किंग की व्यवस्था है.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan