चैती छठ पूजा के दौरान पटना में दिखा अनोखा नजारा, तसवीरों में देखें घर से घाट तक का उत्साह
चैती छठ व्रत 2022 संपन्न हो गया. कोरोना संक्रमण की वजह से पिछले दो सालों से चैती छठ पर पटना के गंगा घाटों पर बेहद कम श्रद्धालु पहुंच रहे थे लेकिन इस बार उम्मीद से अधिक भीड़ ने प्रशासन के भी पसीने छुड़ा दिये.
पटना के दीघा घाट से लेकर काली घाट, पटना कॉलेज घाट, गाय घाट, भद्र घाट, महावीर घाट समेत अन्य घाटों पर श्रद्धालुओं की काफी भीड़ दिखी. एनआइटी घाट पर तो श्रद्धालुओं की भीड़ इस कदर उमड़ी की अफरातफरी का माहौल बन गया. हांलांकि फौरन इसे प्रशासन ने सही किया और माहौल पर काबू पाया गया.
कृष्णा घाट और काली घाट पर गांधी घाट की तुलना में कम भीड़ दिखी. वहीं रानी घाट पर कुछ अधिक भीड़ थी, लेकिन वहां की व्यवस्था भी अच्छी दिखी. जबकि एनआइटी घाट पर तो भीड़ इतनी बढ़ गयी कि अर्घ देने के बाद बाहर निकल रहे लोगों को वापस घाट पर लौटना पड़ा और कृष्णा घाट के रास्ते बाहर निकलना पड़ा.
नहाय खाय के साथ शुरू हुआ चैती छठ 2022 इस बार श्रद्धालुओं के लिए किसी भी तरह के भय से बेहद दूर था. कोरोनाकाल के बाद का इस छठ को लोगों ने बेहद खुशी के साथ मनाया.
व्रतियों ने बताया कि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, संतान की कामना और घर-परिवार के सदस्यों के अच्छे स्वास्थ्य, सुख, खुशहाली की कामना करने वाली महिलाओं के लिए यह व्रत उत्तम माना गया है.
चैती छठ को लेकर नगर निगम की ओर से घाटों को खूबसूरत ढंग से सजाया गया. पटना के सभी घाट व्रतियों के साथ-साथ बैंड बाजा और छठ गीतों से गुलजार रहा.
पिछले दो साल से घाटों पर पर्व करने की मनाही थी. पर इस बार कोरोना महामारी का प्रकोप नहीं होने से घाट के किनारे पर्व मनाने को लेकर पूरी तैयारी की गयी है. इस वजह से घाटों पर काफी भीड़ देखी गयी.
छठ घाटों पर मेला लगा रहा. घाट तक जाने के दौरान व्रती और अन्य महिलाएं केरवा जे फरेला घवद से, ओह पर सुगा मेड़राय…, आदित लिहीं मोर अरघिया…, दरसन दिही ए दीनानाथ…, उगी हे सुरुज देव…, हे छठी मईया तोहर महिमा अपार…, कांच ही बांस के बहंगिया, बहंगी लचकत जाय… जैसे लोकप्रिय लोक गीत गाती हुई घाट पहुंचीं और अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan