Chancellor Trophy: पटना में रंगारंग समारोह के साथ कबड्डी प्रतियोगिता शुरू, 40 टीमें ले रही हैं हिस्सा
Chancellor Trophy: पटना के पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में 'चांसलर ट्रॉफी' अंतर-विश्वविद्यालय कबड्डी प्रतियोगिता का रंगारंग आगाज हुआ. राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने ट्रॉफी का अनावरण किया और प्रतियोगिता का उद्घाटन किया. प्रतियोगिता में 40 विश्वविद्यालयों और संस्थानों की टीमें भाग ले रही हैं, जिसमें 17 टीमें बालिका वर्ग में खेल रही हैं.
Chancellor Trophy: पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में बुधवार को चांसलर ट्रॉफी अंतर विश्वविद्यालय कबड्डी प्रतियोगिता का आगाज हुआ. इसका उद्घाटन राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने किया. इस अवसर पर राज्यपाल ने प्रतियोगिता का ध्वज फहराया और ट्रॉफी का अनावरण किया. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अलग खेल विभाग का गठन कर खेलकूद को बढ़ावा देने के प्रति प्रतिबद्धता दिखायी है. यह मुख्यमंत्री की दूरदर्शिता का परिचायक है. बिहार सभी क्षेत्रों में आगे रहा है और यह राज्य खेल के क्षेत्र में भी पीछे नहीं रहेगा.
राज्यपाल ने कहा कि बिहार की खेल संस्कृति इस राज्य की अत्यंत समृद्ध संस्कृति के विभिन्न आयामों में से एक है. कला, संगीत, नाटक, शिक्षा आदि के साथ-साथ खेल भी बिहार की संस्कृति का अंग है. उन्होंने खेल संस्कृति को बढ़ावा देने पर जोर देते हुए कहा कि विश्वविद्यालयों में इसके लिए प्रयास किया जा रहा है. इस मौके पर खेल मंत्री सुरेंद्र मेहता ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया. कार्यक्रम में राज्यपाल के प्रधान सचिव रॉबर्ट एल चोंग्थू, विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति, विभिन्न विश्वविद्यालयों और संस्थानों के खिलाड़ी, निर्णायक मंडल के सदस्य सहित कई लोग मौजूद थे.
मधेपुरा और आरा के बीच खेला गया उद्घाटन मैच
पुरुष वर्ग में प्रतियोगिता का उद्घाटन मैच बीएन मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा व वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय, आरा के बीच और महिला वर्ग में ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा व पूर्णिया विश्वविद्यालय, पूर्णिया के बीच खेला गया.
पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने दी प्रस्तुति
उद्घाटन समारोह में पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी. अपनी आकर्षक प्रस्तुति से विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने दर्शकों के मन को मोह लिया.
पहले दिन का परिणाम
- पुरुष वर्ग
- पटना विश्वविद्यालय ने मुंगेर विश्वविद्यालय को 41-22 से हराया.
- जयप्रकाश विश्वविद्यालय, छपरा ने पूर्णिया विश्वविद्यालय को 40-21 से हराया.
- बीआरए विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुर ने महात्मा गांधी विश्वविद्यालय, मोतिहारी को 37-9 से पराजित किया.
- बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, पटना ने केएसडी संस्कृत विश्वविद्यालय, दरभंगा को 39-14 से हराया.
- तिलका मांझी विश्वविद्यालय, भागलपुर ने आर्यभट्ट विश्वविद्यालय, पटना को 36-5 से हराया.
- महिला वर्ग
- बीआरए बिहार विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुर ने तिलका मांझी विश्वविद्यालय, भागलपुर को 26-23 से हराया.
- एलएन मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा ने पूर्णिया विश्वविद्यालय को 40-14 से हराया.
- मगध विश्वविद्यालय, बोधगया ने डॉ सीवी रमन विश्वविद्यालय वैशाली को 58-8 से हराया.
- वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय, आरा ने साउथ बिहार सेंट्रल विश्वविद्यालय को 42-6 से हराया.
- तिलका मांझी विश्वविद्यालय, भागलपुर ने महात्मा गांधी विश्वविद्यालय, मोतिहारी को 45-8 से हराया.
- बीएन मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा ने सीवी रमन विश्वविद्यालय, वैशाली को 37-7 से पराजित किया.
प्रतियोगिता में भाग लेने वाले खिलाड़ी बोले-
हम लोगों को खेलने के लिए नया मंच मिला है. इस तरह की प्रतियोगिता से पूरे दमखम के साथ खेलने का मौका मिलता है.
– प्रिंस राज, पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय
इससे खेल के प्रति जागरूकता बढ़ती है. जूनियर खिलाड़ियों को अच्छा खेलने की प्रेरणा मिलती है.
-गौरव कुमार, नालंदा ओपन विश्वविद्यालय
गर्ल्स की टीमों को इस प्रतियोगिता से प्रमोशन मिल रहा है. जूनियर खिलाड़ियों को प्रोत्साहन मिलेगा. खेल के प्रति जागरूकता बढ़ेगी.
– अंकिता सिंह, पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय
विश्वविद्यालय में खेलने के लिए मौका नहीं मिलता है. इस तरह की प्रतियोगिता में हिस्सा लेना ही बड़ी बात है. खिलाड़ियों का ओवरऑल डेवलपमेंट होता है.
– ऋतिक रोशन, आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय
इस की प्रतियोगिता में खेलने से खिलाड़ियों को मोटिवेशन मिलता है. खिलाड़ियों की खेल प्रतिभाएं उभर कर आती हैं. जूनियर खिलाड़ियों को मौका मिलता है.
– ऋतिका, पटना विश्वविद्यालय