कारोबारी से रंगदारी मांगने के आरोप में चंदन गिरफ्तार, 7 दिनों से कॉल कर मांग रहा था 50 लाख की रंगदारी
पटना पुलिस को गुरुवार को एक बड़ी सफलता मिली है. व्यवसायी से 50 लाख रुपए की रंगदारी मांग करने वाले अपराधी को फतुहा पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार अपराधी का नाम चंदन है.
पटना. फतुहा पुलिस को गुरुवार को एक बड़ी सफलता मिली. व्यवसायी से 50 लाख रुपए की रंगदारी मांगने वाले चंदन को फतुहा पुलिस ने गुरुवार को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया. पुलिस के अनुसा चंदन पहले व्यवसायी के यहां डेली बेसिस पर काम किया करता था. एक माह पहले ही उसे व्यवसायी ने काम पर से हटा दिया था.
यह मामला राजधानी पटना से सटे फतुहा थाना क्षेत्र से जुड़ा है. पूरे मामले की जानकारी देते हुए थाना प्रभारी ने बताया कि चंदन गल्ला व्यवसायी संजीव कुमार के यहां पर काम करता था. लेकिन संजीव ने उसे कुछ दिन पहले नौकरी से निकाल दिया था. इसके बाद उसने संजीव से रंगदारी मांगने लगा. इसको लेकर 25 जून को रंगदारी से जुड़ा एक मामला संजीव की ओर से दर्ज कराया गया. चंदन रुपए न देने पर वो कारोबारी के बेटे की हत्या करने की धमकी दे रहा था. संजीव रंगदारी की रकम के लिए कारोबारी के मोबाइल नंबर पर पिछले 7 दिनों से लगातार फोन कर रहा था.
चंदन के निरंतर आ रहे फोन से कारोबारी का परिवार डर गया था. बावजूद इसके उन लोगों ने हिम्मत कर फतुहा थाना को इस मामले की जानकारी दी.मामला गंभीर था इसलिए पटना के एसएसपी ने इस केस में पटना पुलिस के साथ ही बिहार STF की टीम को भी जोड़ दिया. इसके बाद टेक्निकल सर्विलांस के आधार पर पुलिस ने अपनी जांच तेजी से शुरु कर दी. इसपर उस मोबाइल नंबर का टावर लोकेशन निकाला गया, जिससे कॉल कर कारोबारी से 50 लाख की रंगदारी मांगी जा रही थी. दोनों टीमों की जांच के क्रम में अपरधी के मोबाइल का टावर लोकेशन फतुहा बाजार से कुछ किलोमीटर की दूरी पर स्थित नरैना गांव मिला.लोकेशन के आधार पर STF और फतुहा थानाप्रभारी मनोज सिंह ने कामता साव के घर को खंगाला और वहां से वो मोबाइल व उसमें लगा नंबर मिल गया, जिसका इस्तेमाल हो रहा था. सीम की जब जांच हुई तो पता चला कि वो मोबाइल व नंबर कामता साव के बेटे चंदन कुमार है. पुलिस टीम ने उसे तुरंत हिरासत में ले लिया.
पुराना स्टाफ निकला चंदन
रंगदारी और धमकी का यह मामला फतुहा के गल्ला कारोबारी संजीव कुमार उफ उर्फ गुड्डू से जुड़ा है. फतुहा के पुरानी चौक के पास उनकी गद्दी और घर है. संजीव के पिता भी फतुहा के पुराने और बड़े कारोबारी रहे हैं.