NEET Paper Leak: पटना में बवाल, छात्रों ने एनटीए व शिक्षा मंत्री का फूंका पुतला
नीट पेपर लीक मामले में पटना के छात्रों ने शनिवार को प्रदर्शन किया. सड़क पर उतरे छात्रों ने एनटीए व शिक्षा मंत्री का पुतला भी फूंका
NEET Paper Leak मामले को लेकर पूरे देश में प्रदर्शन हो रहा है. इसी कड़ी में शनिवार को पटना में दिनकर गोलंबर पर परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर छात्रों ने जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान सड़क पर आगजनी कर जाम कर दिया और नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) और शिक्षा मंत्री के खिलाफ नारेबाजी भी की. इस दौरान शिक्षा मंत्री का पुतला भी फूंका गया. प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने कहा कि नीट यूजी में गड़बड़ी हुई है.
दूसरे राज्यों में भी जांच चल रही है. जिन आरोपितों को पकड़ा गया है, उन्होंने कबूल किया है. सुप्रीम कोर्ट में मामला है. कोर्ट ने कहा है कि 1563 बच्चों को जो ग्रेस मार्क्स दिया गया है, उनकी परीक्षा दोबारा करवा लीजिए. लेकिन जब 1563 बच्चों की परीक्षा ली जायेगी, तो 24 लाख बच्चों का क्या?. इसलिए एनटीए परीक्षा रद्द करे और सभी की परीक्षा दोबारा हो.
छात्र नेता सौरभ कुमार ने कहा कि नीट यूजी मामले में जिस तरह से पहले पेपर लीक हुआ और फिर रिजल्ट के प्रकाशन के बाद पहली बार 67 छात्र टॉपर बने, तो विवाद ने और जोर पकड़ लिया. सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए जिन 1563 छात्रों को ग्रेस का नंबर दिया, उनकी परीक्षा दोबारा लेने का आदेश एनटीए को दिया, लेकिन काउंसेलिंग पर रोक नहीं लगाया. पूरे देश के अलग-अलग राज्यों में नीट यूजी में धांधली की खबरें आयी हैं. सबूत भी मिले हैं. इसके बाद भी एनटीए का कहना है कि परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक नहीं हुए हैं. लेकिन परीक्षा की पवित्रता पर सवाल उठे हैं.
अगर पेपर लीक की बात नहीं कबूल रहे हैं, तो कम-से-कम पवित्रता को ध्यान में रख परीक्षा रद्द करनी चाहिए. नीट यूजी पांच मई को पूरे देश में आयोजित किया गया था. इसमें कई राज्यों में पेपर लीक की बात सामने आयी थी. पटना से 19 लोगों की गिरफ्तारी हुई. गिरफ्तारी के बाद छात्रों ने पेपर लीक की बात भी कही है. पूरे मामले पर सीबीआइ जांच होनी चाहिए. अगर परीक्षा रद्द नहीं होती है, तो पूरे देश में आंदोलन शुरू किया जायेगा.
नीट को रद्द करने से सुप्रीम कोर्ट के इंकार के बाद स्टूडेंट्स का प्रदर्शन तेज
दरअसल, नीट-यूजी एग्जाम में धांधली और पेपर लीक का आरोप लगा है. नीट का रिजल्ट चार जून को आया था, जिसके बाद देशभर में पेपर लीक का मुद्दा उठने लगा. इसकी वजह यह रही कि कई सेंटरों पर छात्रों के एक समान नंबर आये. इसके बाद सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर नीट को रद्द करने की मांग की गयी. हालांकि, अदालत ने परीक्षा को रद्द करने से इन्कार कर दिया और कहा कि ऐसा करना अनुचित होगा. अदालत ने काउंसेलिंग प्रक्रिया पर भी रोक लगाने से इन्कार किया है. इसके बाद से आंदोलन और तेज हो गया है. कई शहरों में विरोध प्रदर्शन जारी है.
ट्रांसफर अर्जी पर नोटिस
सुप्रीम कोर्ट ने एनटीए की उस याचिका पर नोटिस जारी किया है, जिसमें एनटीए ने नीट यूजी 2024 पेपर लीक मामले में अलग-अलग हाइकोर्ट में दाखिल याचिका सुप्रीम कोर्ट में ट्रांसफर करने की गुहार लगायी है. एनटीए की याचिका पर जस्टिस विक्रमनाथ की अगुआई वाली बेंच ने प्राइवेट पक्षकारों को नोटिस जारी किया है.