बिहार के सारण जिले में कथित तौर जहरीली शराब से 40 लोगों की मौत हो चुकी है. इस घटना से पटना से दिल्ली तक सियासी गलियारों में कोहराम मचा हुआ है. एक तरफ जहां भाजपा विधानसभा से लोकसभा तक हंगामा कर रही है तो वहीं नीतीश कुमार ने भी इस मामले में कह दिया है कि “जो पियेगा वो मरेगा”. इतने लोगों की मौत ने प्रशासनिक महकमे में खलबली मचा दी है. जिला पुलिस के साथ पुलिस मुख्यालय भी एक्शन में है.
पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार ने बताया कि सारण जिले के मशरक, इसुआपुर, मढ़ौरा, अमनौर आदि थाना क्षेत्रों में अब तक हुई मौत के मामले की जांच के लिये एक एसआइटी का गठन किया गया है. जिसका नेतृत्व सोनपुर एसडीपीओ अंजनी कुमार सिंह करेंगे. इस टीम में कुल 31 पुलिस पदाधिकारियों को शामिल किया गया है. जिनमें तीन डीएसपी स्तर के पदाधिकारी शामिल है. उन्होंने कहा कि मद्य निषेध द्वारा विशेष समकालीन अभियान चलाकर पिछले 48 घंटें में भारी कार्रवाई की गयी है. जिसमें 126 अभियुक्तों की गिरफ्तारी के साथ-साथ 2206 लीटर महुआ चुलाई व कच्ची शराब नष्ट की गयी है.
वहीं इससे पहले पुलिस प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मढ़ौरा एसडीपीओ योगेंद्र कुमार का ट्रांस्फर कर दिया है. वहीं एसएचओ रितेश मिश्रा और पुलिस कांस्टेबल विकेश तिवारी के सस्पेंड कर दिया गया है. पुलिस जांच में पता चला है कि जहरीली शराब की सप्लाइ मशरक के जद्दू मोड़ के पास की एक बस्ती से हुई थी. लोगों को सस्ते दाम पर केवल 20-20 रुपये में शराब पिलाया गया.
जहरीली शराब के सेवन से मौत के बढ़ते आंकड़ों के बीच गुरूवार को बिहार सरकार के उत्पाद विभाग के संयुक्त सचिव कृष्णा पासवान तथा उप सचिव निरंजन कुमार ने मशरक पहुंच कर मशरक थाना में रखी गयी शराब के स्टॉक का जायजा लिया. वहीं थाना के द्वारा अवैध शराब के धंधेबाजों के खिलाफ की गयी कार्रवाई को ले विभिन्न कागजों को खंगालने के साथ-साथ स्टॉक का मिलान किया. इस दौरान स्थानीय प्रशासनिक व पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे.
जांच के दौरान उपस्थित कर्मियों की माने तो संयुक्त आयुक्त ने मशरक थाने में शराब के धंधेबाजों के खिलाफ की गयी कार्रवाई शराब जब्ती आदि में प्रथम दृष्टया अनियमितता पायी है. हालांकि उन्होंने इस संबंध में कुछ भी बताने से इनकार करते हुए कहा कि वे इस संबंध में विभाग को रिपोर्ट सौंपेंगे. उधर उत्पाद विभाग के संयुक्त आयुक्त के मशरक में पहुंच कर उत्पाद से जुड़े मामलों को खंगालने को लेकर उत्पाद विभाग के कर्मियों के साथ-साथ प्रशासनिक महकमे में चर्चा रही.