पूर्वांचल का त्योहार छठ(Chhath puja 2020) अब राज्य और देश की सीमाओं को लांघते हुए विश्व के अनेक देशों में पहुंच चुका है. वस्तुतः बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोग देश विदेश में जहां भी गये, अपने गमछे में यहां की संस्कृति को बांधकर ले गये. उनके साथ गयी महिलाओं ने अपने आंचल में संस्कारों और लोकगीतों का खोइंचा लेकर गयीं. तभी तो छठ का त्योहार अब चेन्नई, हैदराबाद, मुंबई, गोवा, दिल्ली, चंडीगढ़, इंदौर जैसे स्थानों पर तो मना ही जाता है, लंदन, बर्लिन, मास्को वाशिंगटन और नेवार्क जैसे शहरों में भी मनाया जाता है. मॉरीशस, फिजी और गुयाना जैसे देशों में तो हजारों लोग इस पर्व को मनाते हैं.
अमेरिका में बसे पूर्वी भारत के हजारों परिवार स्थानीय नदी-तालाब या घरों में हर्षोल्लास के साथ सामूहिक रूप से छठ मनाते हैं. पिछले कई सालों से यह परंपरा चली आ रही है. इस दौरान महिलाएं रंग-बिरंगी पारंपरिक साड़ियों में नजर आती हैं.
वॉशिंगटन के वर्जीनिया उपनगर में पोटोमैक नदी के तट पर पिछले साल 500 से अधिक भारतीय-अमेरिकी इकट्ठा हुए. इनमें से कई तो सैकड़ों किमी की दूरी तय कर त्योहार मनाने पहुंचे थे. पटना से अमेरिका में बसे सॉफ्टवेयर इंजीनियर कृपाशंकर सिंह ने कहा कि यह सब 2006 में शुरू हुआ था, जब उन्होंने और उनकी पत्नी अनीता ने छठ पूजा मनाने के लिए जगह की तलाश शुरू की. शुरुआती हिचकिचाहट और थोड़ा समझाने के बाद लाउडॉन काउंटी ने उन्हें अनुमति दे दी. अब यहां बड़े पैमाने पर बड़ी धूमधाम के साथ इस महापर्व को मनाया जाता है. ठीक इसी तरह, सिंगापुर, मलेशिया जैसे शहरों में भी समुद्र किनारे छठ पर्व मनाये जाने का प्रचलन बढ़ा है.
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छठ गानों से प्रभावित एक ऐसी ही अमेरिकी महिला का वीडियो हर साल इंटरनेट पर खूब वायरल होता है. फ्लोरिडा में रहने वाली क्रिस्टिन गेजो विश काफी बेहतरीन अंदाज में छठ गीत सुनाती हैं. स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ न्यूयार्क से ट्राइबल म्यूजिकॉलोजी की छात्र क्रिस्टिन एक बार अपने पति के साथ भारत दौरे पर आयी थीं. इस दौरान छठ महापर्व से वो काफी प्रभावित हुईं. छठ के गानों ने उनको काफी आकर्षित किया, तब से वे छठ के ही गीत गाती हैं.
Posted by: Thakur Shaktilochan