छठ पूजा के लिए पटना जू के झील में किया जायेगा बैरिकेडिंग, जानवरों के बाड़े की ओर जाना रहेगा प्रतिबंधित

पटना जू प्रशासन की ओर से छठ पूजा को लेकर झील की सफाई के साथ ही ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव भी किया जा रहा है. जू के झील की पानी की सफाई के लिए ब्लीचिंग, चूना और फिटकिरी गिराया गया है

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 19, 2022 6:23 AM

पटना में गंगा का जलस्तर कम नहीं होने से लोगों में छठ पर्व को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है. ऐसे में शहर के जू में इस बार करीब 30 हजार छठ व्रति अर्घ्य देने के लिये जुटेंगे ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है. छठ व्रतियां यहां आकर प्राकृतिक माहौल में सुरक्षा के साथ अर्घ्य दे सकेंगे.

झील की सफाई की जा रही

पटना जू प्रशासन की ओर से छठ पूजा को लेकर झील की सफाई के साथ ही ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव भी किया जा रहा है. जू के झील की पानी की सफाई के लिए ब्लीचिंग, चूना और फिटकिरी गिराया गया है. झील में बैरिकेडिंग का काम दीपावली के बाद शुरू किया जायेगा. बैरिकेडिंग किनारे से दस से 12 फीट की दूरी पर की जायेगी. बैरिकेडिंग के अंदर तीन से चार फीट पानी की गहराई होगी. जिसमें श्रद्धालु सुरक्षित रूप से अर्घ्य दे सकेंगे.

बैरिकेडिंग के बाहर जाना प्रतिबंधित रहेगा

पटना जू में लोगों के लिए बैरिकेडिंग के बाहर जाना प्रतिबंधित रहेगा. इसके साथ ही श्रद्धालुओं के झील में उतरने के लिये मिट्टी काटकर सीढ़ियां वाले रास्ते भी तैयार किये जायेंगे. झील के किनारे समेत पूरे जू में लाइटिंग की सुविधा बहाल की जायेगी. झील के किनारे पर व्रतियों के लिए चेजिंग रूम भी बनाए जायेंगे.

जानवरों के बाड़े की ओर जाना होगा प्रतिबंधित

जू में छठ पर्व के शाम और सुबह वाले अर्घ्य के दिन छठ व्रतियों की इंट्री फ्री रहेगी. छठ व्रतियों को जानवरों के बाड़े की ओर जाना प्रतिबंधित रखा जायेगा. जानवरों के बाड़े की ओर जाने वाले रास्ते को तिरपाल से घेर दिया जायेगा. इसके साथ ही पटना जू में पटाखा ले जाना प्रतिबंधित होगा. पटाखे के साथ पकड़े जाने पर जुर्माना लगेगा. पूजा के दौरान झील में तैराक भी मौजूद रहेंगे, जो झील के चारों ओर गश्त करते रहेंगे. लोगों की सुविधा के लिए मेडिकल कैंप की भी व्यवस्था की जायेगी.

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