45 जगहों पर पार्किंग की सुविधा, 5000 से अधिक जवान रहेंगे तैनात, जानें पटना में छठ की कैसी है तैयारी
Chhath Puja 2024: बिहार के सभी जिलों में छठ घाटों की तैयारी लगभग पूरी हो गई है. पटना जिले में 550 घाटों और 63 तालाबों पर अर्घ्य दिया जाएगा. शहर के अंदर दानापुर से दीदारगंज तक 102 घाटों को छठ पूजा के लिए तैयार कर लिया गया है.
Chhath Puja 2024: बिहार के सभी जिलों में छठ घाटों की तैयारी लगभग पूरी हो गई है. पटना जिले में 550 घाटों और 63 तालाबों पर अर्घ्य दिया जाएगा. शहर के अंदर दानापुर से दीदारगंज तक 102 घाटों को छठ पूजा के लिए तैयार कर लिया गया है. बता दें कि फायर ब्रिगेड की 52 गाड़ियां पटना के घाटों पर तैनात रहेगी. 7 और 8 नवंबर को पटना की ट्रैफिक व्यवस्था बदली रहेगी. पटना के अलावा गया शहर में भी 26 घाट तैयार हैं. मुजफ्फरपुर में घाटों पर मेडिकल कैंप से लेकर कंट्रोल रूम तक की सुविधा उपलब्ध है.
शहर में 45 जगह पार्किंग की सुविधा
पटना में गंगा घाटों के अलावा 45 पार्कों में भी छठ पूजा करने की व्यवस्था रखी गई है. पूरे शहर में 45 जगह गाड़ियों के लिए पार्किंग बनाई गई है. मिली जानकारी के अनुसार, इस साल बांस घाट से कलेक्ट्रेट घाट को जोड़ा गया है. गंगा किनारे से 100 मीटर पैदल चलकर छठव्रती कलेक्ट्रेट घाट तक पहुंचेंगे. कई सालों के बाद कलेक्ट्रेट, महेंद्रू घाट से बांस घाट एक साथ जुड़ा है. हर घाट पर चेंजिंग रूम, शौचालय, पानी का नल, मेडिकल कैंप, शेड की सुविधाएं उपलब्ध हैं.
5000 हजार से अधिक जवानों की होगी तैनाती
पटना में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए 1000 मजिस्ट्रेट के साथ 5000 से अधिक जवानों की तैनात किया गया है. NDRF की 8 टीम (200 सदस्य), SDRF की 14 टीम (56 सदस्य), 333 गोताखोर, 306 नाव-नाविक के साथ सिविल डिफेंस के 168 वॉलंटियर्स भी तैनात रहेंगे. रिवर पेट्रोलिंग भी होती रहेगी. नावों के अवैध परिचालन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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छठ घाटों पर मेडिकल टीम भी रहेगी तैनात
छठ घाटों पर मेडिकल टीम भी तैनात रहेगी. छह बड़े घाटों पर दो बेड के अस्थायी अस्पताल बनाए जाएंगे. इनमें पाटीपुल घाट, 93 नंबर घाट, कलेक्ट्रेट घाट, लॉ कालेज घाट, गायघाट और पाटीपुल के पास निर्मित कंट्रोल रूम शामिल है. इसके अलावा हर तीन-चार घाट के लिए मेडिकल टीम के साथ एंबुलेंस की भी व्यवस्था रहेगी.
मेडिकल टीम में डॉक्टर, पारा मेडिकल स्टाफ और नर्स रहेंगे. अस्थायी अस्पताल में भी एंबुलेंस की व्यवस्था रखी गई है. ताकि जरूरत पड़ने पर किसी को अस्पताल भेजा जा सके. साथ ही अस्पतालों को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है.
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