पटना में बाढ़ से हालात बिगड़ने के आसार, घाटों का निरीक्षण करने निकले सीएम नीतीश कुमार

Flood In Bihar गंगा और पुनपुन नदी के उफान पर होने के कारण पटना जिला के कई गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. इसको देखते हुए बाढ़ की आशंका के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को पटना के विभिन्न घाटों का निरीक्षण किया

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 11, 2021 4:39 PM

पटना. राजधानी पटना के आस पास के क्षेत्रों में बाढ़ की आशंका के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को विभिन्न घाटों का निरीक्षण किया. बताते चलें कि गंगा और पुनपुन नदी के उफान पर होने के कारण पटना जिला के कई गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. इसको लेकर पटना जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है. इसी बीच मुख्यमंत्री ने भी बुधवार को पटना शहर की स्थिति का जायजा लिया.

नीतीश कुमार सड़क मार्ग से निरीक्षण के लिए निकले थे. वे सबसे पहले पटना मुख्य नहर का दीघा लॉक का निरीक्षण किया. इसके बाद कुर्जी गोसाईं टोला के समीप भी उन्होंने बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया. फिर एलसीटी घाट पर बने पटना शहर सुरक्षा दीवार का निरीक्षण किया. इसके बाद गांधी घाट पर गंगा नदी में आई बाढ़ का निरीक्षण किया और अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए.

इधर, गंगा के बढ़ रहे जल स्तर को लेकर पटना के DM चंद्रशेखर सिंह भी लगातार बाढ़ प्रभावित इलाकों में हालात पर अपनी पैनी नजर बनाये हुए हैं. पटना के जे पी सेतु के नजदीक स्लूइस गेट को बंद कर दिया गया है. पटना के डीएम ने बाढ़ को लेकर पटना के लोगों को बताया कि कई जगह गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, लेकिन फिलहाल पटना शहर पर बाढ़ का खतरा नहीं है. पर हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है. बता दें कि पटना शहर में जल जमाव के हालात ना हो इसके लिए बुडको की तरफ से भी कुछ जगहों पर पम्प लगा कर शहर के पानी को बाहर निकाला जा रहा है. पटना में बाढ़ की निगरानी के लिए फ़्लड फाइटिंग के अधिकारी भी लगातार नजर रखे हुए हैं.

इधर, बाढ़ का पानी घाटों पर आ जाने के कारण शव के अंतिम संस्कार के लिए जगह नहीं मिल पा रही है. राजधानी के बांस घाट, गुलबी घाट, दीघा घाट समेत सभी घाट डूब चुके हैं. ऐसे में सड़क किनारे ही शवों को जलाना पड़ रहा है. सबसे ज्यादा भीड़ दीघा घाट पर देखने को मिल रही है. दीघा घाट पर हाल ही बना मोक्ष धाम भी डूब चुका है.

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