बिहार में दो सीटों पर उपचुनाव की घोषणा हो चुकी है. इसबार चिराग पासवान भी दोनों सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेंगे. लेकिन इसबार चुनावी मैदान में लोजपा और बंगला निशान देखने को नहीं मिलेगा. निर्वाचन आयोग ने लोक जनशक्ति पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह बदलकर चिराग को अपने उम्मीदवारों को मैदान में उतारने की अनुमति दी है.
लोजपा में फूट के बाद चिराग और पारस खेमें में पार्टी पर बर्चस्व की लड़ाई तेज होने के बाद आगामी उपचुनाव को देखते हुए निर्वाचन आयोग ने बंगला निशान और लोक जनशक्ति पार्टी के नाम के इस्तेमाल पर फिलहाल रोक लगा दी. जिसके बाद अब दोनों खेमों को नये चुनाव चिन्ह और अपनी-अपनी पार्टी का अलग-अलग नामों के अनुरोध पर भी मुहर लगा दिया है. चिराग पासवान की पार्टी अब लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नाम से फिलहाल जानी जाएगी. वहीं उनकी पार्टी को हेलिकॉप्टर चिन्ह दिया गया है.
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रदेश प्रवक्ता राजेश भट्ट ने बताया कि पार्टी आगामी विधानसभा उपचुनाव में दोनों सीटों यानी कुशेश्वरस्थान और तारापुर से उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारेगी. वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर दिये गये नये नाम लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) और नये चुनाव चिन्ह हेलीकॉप्टर के साथ प्रत्याशी चुनाव लड़ेंगे.
लोजपा संसदीय बोर्ड अध्यक्ष हुलास पांडेय ने हाल में ही कहा था कि विधानसभा उपचुनाव में जल्द ही बोर्ड की बैठक होगी, जिसमें प्रत्याशियों का चयन कर केंद्रीय संसदीय बोर्ड को अनुशंसा भेजी जायेगी. प्रत्याशी के चयन व अन्य सभी बिंदुओं पर अंतिम निर्णय पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान लेंगे.
गौरतलब है कि बिहार में उपचुनाव के तारीख की घोषणा हो गयी है. आगामी 30 अक्टूबर को मतदान होना है. वहीं एनडीए ने जदयू के दोनों सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं तो महागठबंधन में राजद ने दोनों सीटों पर प्रत्याशियों को उतारा है जिसके बाद कांग्रेस ने बगावत कर दी है.