लोजपा सांसद चिराग पासवान ने दिल्ली स्थित 12 जनपथ के बंगला में पिता राम विलास पासवान की मूर्ति लगवाई है. मूर्ति लगाने की खबर के बाद दिल्ली से लेकर पटना तक सियासी चर्चा शुरू हो गई है. दरअसल, पिछले दिनों यह बंगला केंद्रीय आईटी एवं रेल मंत्री अश्विणी वैष्णव को यह बंगला आवंटित किया गया है.
जानकारी के अनुसार चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने 12 जनपथ बंगला के भीतर अपने पिता रामविलास पासवान की मूर्ति लगवाई है. यह बंगला पिछले 30 सालों से राम विलास पासवान के नाम पर आवंटित था. लेकिन उनके निधन के बाद हाल ही में यह केंद्रीय मंत्री अश्विणी वैष्णव के नाम से आवंटित किया गया है.
खाली करने का मिल चुका है नोटिस– बताते चलें कि मोदी कैबिनेट विस्तार के बाद चिराग पासवान को यह बंगला खाली करने का नोटिस मिल चुका है. हालांकि नोटिस मिले हुए करीब 20 से अधिक दिन हो गए हैं, लेकिन अब तक चिराग पासवान ने इसे खाली करने को लेकर कोई जवाब नहीं दिया. वहीं अब मूर्ति लगाए जाने के बाद सियासी गलियारों में चर्चा तेज हो गई है.
पशुपति पारस ने बंगला लेने से किया था इंकार- बता दें कि अश्विणी वैष्णव से पहले 12 जनपथ का बंगला रामविलास पासवान के भाई और केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस को मिल रहा था, लेकिन उन्होने इसे लेने से इंकार कर दिया. पशुपति पारस ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि यह बंगला में अगर रहता तो, बड़े भाई साहेब की हमेशा याद आती, इसलिए मैंने नहीं लिया.
Also Read: तेज प्रताप ने अलग छात्र संगठन बनाने का किया एलान, तो एक्शन में आये RJD चीफ लालू प्रसाद यादव
Posted By : Avinish Mishra