लोजपा (रा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व लोकसभा सांसद चिराग पासवान ने बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से नयी दिल्ली में मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने गृह मंत्री से बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है. इस संबंध में उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री को एक ज्ञापन भी सौंपा, जिसमें बिहार की वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी दी गयी है.
चिराग ने अपने ज्ञापन में कहा कि बिहार में अराजक स्थिति है. यहां के लोग भय में जी रहे हैं. राज्य में लगातार आपराधिक घटनाएं बढ़ रही हैं. उनका आरोप है कि राज्य में शराबबंदी कानून तो है लेकिन फिर भी प्रशासनिक संरक्षण में बेची जा रही जहरीली शराब से बड़ी संख्या में लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है. उन्होंने कहा कि इन घटनाओं से बिहार में चीख-पुकार मची हुई है और राज्य सरकार मूक दर्शक बनी हुई है.
आज नई दिल्ली में भारत सरकार के केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री आदरणीय श्री @AmitShah जी से मुलाकात कर बिहार में बढ़ रहे अपराध, भू-माफियाओं की मनमानी , बालू खनन , ज़हरीली शराब से मौतें और छात्रों के भविष्य के साथ हो रहे खिलवाड़ को लेकर पत्र के माध्यम से गृहमंत्री जी को pic.twitter.com/UzmS3a8tjn
— युवा बिहारी चिराग पासवान (@iChiragPaswan) December 28, 2022
चिराग ने केंद्रीय गृहमंत्री को बताया कि इसको लेकर विगत 17 दिसंबर को उनके नेतृत्व में लोजपा (रा) के प्रतिनिधिमंडल ने बिहार के राज्यपाल से मिलकर उन्हें राज्य में उत्पन्न स्थिति से अवगत कराया था और उनसे भी राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की अनुशंसा का अनुरोध भी किया था. उन्होंने कहा कि वो सारण में हुई शराब से मौत के बाद वहां के पीड़ित लोगों से मिलने गए थे. चिराग ने कहा कि सरकार वहां हुई मृत्य के साक्ष्य को सरकार छुपा रही है.
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चिराग ने केद्रीय गृहमंत्री से बिहार की जनता के हित और कानून का राज कायम करने के लिए राष्ट्रपति शासन लगाने के लिए आवश्यक कार्रवाई करने का आग्रह किया. चिराग पासवान ने अमित शाह को सौंपे गए पत्र की ट्विटर पर साझा किया है. उन्होंने राज्य सरकार पर भू-माफियाओं को संरक्षण देने का आरोप लगाया है. इस स्थिति ने बिहार में आम जनजीवन को बुरी तरह से प्रभावित कर रखा है. राज्य में सरकार हर मोर्चे पर विफल हो रही है.