चिराग पासवान ने कुलियों को चतुर्थ श्रेणी में समायोजित करने की उठाई मांग, रेल मंत्री को लिखा पत्र
चिराग पासवान ने पत्र के माध्यम से बताया कि जोनल रेलवे स्टेशनों पर कार्य करने वाले विभिन्न कुली संगठनों के प्रतिनिधिमंडल ने उनस मुलाकात कर अनुरोध किया कि कुलियों को चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर समायोजित किया जाए ताकी वो अपने परिवार का भरण पोषण कर सकें.
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह जमुई से सांसद चिराग पासवान ने रेलवे स्टेशनों पर कार्यरत कुलियों की दयनीय स्थिति को लेकर नरेंद्र मोदी की केंद्र सरकार और केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैशनव को पत्र लिखकर अवगत कराया. चिराग ने अपने लिखे पत्र के माध्यम से बताया कि जोनल रेलवे स्टेशनों पर कार्य करने वाले विभिन्न कुली संगठनों के प्रतिनिधिमंडल ने मुझसे मुलाकात कर देश के कुलियों की समस्या के बारे में बताया. कुलियों ने अनुरोध किया कि कुलियों को चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर समायोजित किया जाए ताकी वो अपने परिवार का भरण पोषण कर सकें.
चिराग पासवान ने अपने पत्र में लिखा कि कूल संगठन के प्रतिनिधिमंडल का कहना है कि वह भारत सरकार एवं रेल मंत्रालय को पत्रों के जरीय कुलियों के हित की मांगो के बारे आग्रह करते रहते हैं. परंतु अभी तक उनकी मांगो पर किसी तरह का कोई विचार नहीं किया गया है. इसी वजह से देश के कुली काफी निराश हैं.
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सांसद आदरणीय श्री @iChiragPaswan जी ने रेलवे स्टेशनों पर कार्यरत कुलियों की दयनीय स्थिति को लेकर माननीय केंद्रीय रेलमंत्री श्री @AshwiniVaishnaw जी को पत्र लिखकर अवगत कराया। pic.twitter.com/cj3MRIb1OE
— Lok Janshakti Party (@LJP4India) November 8, 2022
चिराग ने अपने पत्र में उस वक्त भी बात कि जब उनके पिता रामविलास पासवान रेल मंत्री हुआ करते थे. उन्होंने लिखा कि लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक रामविलास पासवान ने रेल मंत्री रहते हुए कुलियों की सुविधा के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य किए. उन्होंने रेल मंत्री बनने पर कुलियों के उत्थान के लिए उनको रेलवे पास, वर्दी, मेडिकल एवं अन्य सुविधाएं प्रदान करने का काम किया.
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चिराग ने आगे लिखा कि कुलियों की आर्थिक स्थिति काफी दयनीय है, कई ऐसे मौके भी होते हैं जब उन्हें खाली हाथ घर लौटना पड़ता है. पर्याप्त काम नहीं होने के कारण कुली अपने जीवन यापन के लिए भविष्य निधि का इंतजाम नहीं कर पाते. चिराग ने आखिर में रेल मंत्री से आग्रह करते हुए लिखा कि कुलियों के उत्थान के लिए उन्हें रेलवे में चतुर्थ श्रेणी के पद पर समायोजित करवाने की कृपा करें.