संवाददाता, पटना
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को ज्ञान भवन में आयोजित दो दिवसीय आम महोत्सव का उद्घाटन किया. इसके बाद आम प्रदर्शनी का अवलोकन किया. सभी स्टॉलों पर जाकर आम की विशेषताओं की जानकारी ली. इस दौरान मुख्यमंत्री ने कृषि उत्पादक समूहों और खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों को सांकेतिक चेक प्रदान किया. लगभग 20 मिनट तक कार्यक्रम में शरीक होकर वे यहां से रवाना हुए. प्रदर्शनी में लगभग 500 किसानों ने अपने-अपने आमों के प्रदर्श लगाये. इस दौरान बिहार के आम की पहली खेप न्यूजीलैंड भेजी गयी. मौके पर जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, कृषि मंत्री मंगल पांडेय, परिवहन मंत्री शीला कुमारी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा, विकास आयुक्त चैतन्य प्रसाद, कृषि विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, पटना प्रमंडल के आयुक्त कुमार रवि, मंत्री के आप्त सचिव अमिताभ समेत अन्य वरीय अधिकारी मौजूद थे. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि आम के प्रभेदों और उत्पादन को बढ़ाना हमारा लक्ष्य है. गांवों में बगीचों की कमी देखी जा रही है. इससे वातावरण पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है. हमें बागवानी को बढ़ावा देना होगा. राज्य में अभी हरित भूमि लगभग 15 प्रतिशत है. इसे बढ़ाकर 18 प्रतिशत करना है. अब कृषि विभाग शीघ्र ही वाणिज्य मंत्रालय का कार्यालय बिहार में खोलने की दिशा में पहल करेगा. जिससे यहां के फलों के निर्यात को एक नया आयाम मिलेगा. जर्दालू, जर्दा, बंबइया, कलकतिया और मालदह आम खूब बिके पटना . शहर के ज्ञान भवन में आयोजित आम महोत्सव में रविवार को 45 सौ से अधिक आम के किस्मों की प्रदर्शनी लगायी गयी. जर्दालू, जर्दा, कृष्णा भोग, कलकतिया और बंबइया आम की किस्मों ने लोगों को खूब लुभाया. गुलाब खास, मालदह, दूधिया मालदह चौसा, बथुआ, चूरम्बा मालदह प्रजाति के आम खास आकर्षण के केंद्र रहे. राज्यभर के 12 जिलाें के किसानों ने इन आम के किस्मों के स्टॉल लगाये. पहले दिन कुल पांच लाख 45 हजार हजार रुपये के आम बिके. आम का पौधरोपण सामग्री तीन लाख 45 हजार और दो लाख 23 हजार रुपये के आम के उत्पाद बिके. कुल 11 लाख 13 हजार रुपये की सामग्री की बिक्री हुई. बिहार बागवानी विकास सोसाइटी के स्टॉल पर आम चटपटा कैंडी, बर्फी, आचार, आमचूर, चटनी, आमचूर जट्टा, पाउडर की वेरायटी थी. वहीं, कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों के लिए आम खाओ प्रतियोगिता का भी आयोजन हुआ. इसमें बच्चों ने विभिन्न किस्मों के आमों को चखा. इसके अलावा आम के उत्पाद व पौधे की भी लोगों ने खरीदारी की. हरिद्वार से कॉस्मेटिक व फूड उत्पाद और लखनऊ व बेंगलुरु के उद्यान विभाग के भी प्रदर्श लगाये गये.
महोत्सव में 4003 प्रदर्श लगाये गये : महोत्सव में विभिन्न आम के पौधे, आम के प्रसंस्कृत उत्पादों के अलावा बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर, भागलपुर आदि के स्टाॅल भी लगे थे. 5555 प्रदर्श कृषकों द्वारा ऑनलाइन पंजीकृत कराये गये. इसमें 4003 का प्रदर्शन किया जा रहा है.
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