विश्वास दिलाते हैं कि आगे भी लाखों लोगों को नौकरी और रोजगार देते रहेंगे : सीएम

विश्वास दिलाते हैं कि आगे भी लाखों लोगों को नौकरी और रोजगार देते रहेंगे : सीएम

By Prabhat Khabar News Desk | April 23, 2024 6:17 PM

बिहार परिवार से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अपील,चालीस सीटें जीतने के लिए मांगा समर्थन कहा-पूरा बिहार हमारा परिवार

संवाददाता,पटना

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्यवासियों को भरोसा दिलाया है कि आगे भी वह लाखों की संख्या में नौकरी और रोजगार देते रहेंगे. मंगलवार को बिहारवासियों के नाम जारी खुला पत्र में नीतीश कुमार ने राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद का नाम लिये बिना हमला बोला. प्रिय बिहार वासियों के नाम से मुख्यमंत्री ने कहा कि आपको याद होगा कि 2005 से पहले की सरकार ने बिहार को किस हाल में पहुंचा दिया था. लेकिन, 2005 में अंधेरा छटा और नया सूरज उगा. सात निश्चय-2 के अंतर्गत बिहार में 10 लाख सरकारी नौकरियां और 10 लाख रोजगार देने की बात कही थी. इस दिशा में बिहार अब इतिहास रच रहा है. शिक्षा, पुलिस सहित अन्य विभागों में लाखों युवकों-युवतियों को सरकारी नौकरियां मिल चुकी हैं. लाखों लोगों को रोजगार के लिए सरकार की तरफ से मदद की गयी है. बिहार में अब बड़े-बड़े निवेश आ रहे हैं. नौकरी-रोजगार के नए अवसर बन रहे हैं। इन सबसे लोगों की आमदनी और बढ़ेगी.बिहार समृद्धि के नए आयाम छुयेगा. उन्होंने विश्वास दिलाया कि आगे भी लाखों लोगों को सरकारी नौकरियां और रोजगार देते रहेंगे.उन्होंने राज्यवासियों को चालीस की चालीस सीटें जीतने के लिए समर्थन मांगा.

पुराने दिनों की दिलायी याद

बिहार का खजाना खाली था. सड़क, बिजली, स्कूल, अस्पताल जैसी बुनियादी सुविधाओं पर कोई बात करने वाला नहीं था. घोटाले, अपराध, अपहरण, हत्या, डकैती, नरसंहार, माफिया राज इत्यादि बिहार की पहचान बन चुके थे. उद्योग-धंधे बंद हो गए थे. अपराधियों के डर से व्यापारी-कारोबारी बिहार से पलायन कर गये थे. और तो और चिकित्सकों तक का फिरौती के लिए अपहरण हो जाया करता था. यह कहना ठीक नहीं होगा कि बिहार में व्यवस्था चौपट हो चुकी थी, सच तो यह है कि उस समय बिहार में कोई व्यवस्था ही नहीं थी. बिहारवासियों को देश-दुनिया में अपमान झेलना पड़ता था.

2005 में छंटा अंधेरा,उम्मीदों का सूरज उगा

मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में कहा कि 2005 में घना अंधेरा छंटा. उम्मीदों का नया सूरज उगा. बिहार की देवतुल्य जनता ने राज्य में एनडीए की सरकार को मौका दिया. हमने बिहार को अराजकता और अव्यवस्था से बाहर निकालकर, उसे विकास की राह पर ले जाने का संकल्प लिया.मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके लिए हमने अपना सब कुछ न्योछावर कर दिया. बिहार का नव-निर्माण किया. बिहार को उसकी खोई हुई गरिमा वापस मिली. आज बिहार का परचम देश-दुनिया में लहरा रहा है.

बिजली,सड़क,पानी,शिक्षा और स्वास्थ्य के साथ कानून व्यवस्था के क्षेत्र में किया काम

नीतीश कुमार ने लिखा, हमने सड़क, बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य, कानून व्यवस्था सहित हर क्षेत्र में बहुत काम किया है. बिहार के गांव, टोलों तक सड़कों का जाल बिछाया है. शहर से लेकर गांवों तक लोगों को 24 घंटे बिजली मिल रही है. किसी भी देश, राज्य, समाज में सामाजिक और आर्थिक मजबूती के लिए सुशासन बेहद जरुरी है. हमने बिहार में सुशासन सुनिश्चित करके दिखाया है.

अब बेटियां पढ़ने लगी है

नीतीश कुमार ने कहा कि पहले सुविधाओं के अभाव में लड़कियां पढ़ाई-लिखाई नहीं कर पाती थीं, आगे नहीं बढ़ पाती थीं.

हमारी सरकार की विभिन्न योजनाओं की मदद से बेटियां पढ़ने लगी हैं, आगे बढ़ने लगी हैं. पुलिस में भर्ती होकर बेटियां राज्य की सुरक्षा में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं.

बिहार के हर जिले में हम मेडिकल कॉलेज की स्थापना कर रहे हैं. अस्पतालों में निःशुल्क इलाज के साथ दवाइयां भी मिल रही हैं.

आधी आबादी को मिला अधिकार

मुख्यमंत्री ने बताया है कि हमने आधी आबादी को उसके अधिकार दिये. बिहार में महिलाओं को 2006 से पंचायतों और स्थानीय निकायों में 50 प्रतिशत आरक्षण दिया जा रहा है. राज्य की सभी सरकारी नौकरियों में 2016 से महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण दिया जा रहा है. महिलाओं के उत्थान के लिए हमने बिहार में जीविका समूह बनाये हैं. राज्य में 10 लाख से अधिक जीविका समूहों से जुड़कर एक करोड़ 30 लाख से अधिक महिलाएं अपने परिवार की आजीविका का सहारा बन रही हैं. बिहार के जीविका मॉडल की देश-दुनिया में तारीफ हुई है.किसानों को समृद्ध बनाने के लिए हमने चार कृषि रोडमैप लागू किए हैं. इससे फसलों की पैदावार बढ़ी है. किसानों की आय बढ़ी है. सात निश्वय-2 के तहत हम हर खेत तक पानी पहुंचाने की योजना पर काम कर रहे हैं.

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