Mahakumbh Stampede: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ मेला क्षेत्र में बुधवार को मची भगदड़ पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “दुर्भाग्यपूर्ण घटना में श्रद्धालुओं की मृत्यु अत्यंत दुःखद. शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना है. घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना है.” इस घटना पर बिहार के उप मुख्यमंत्री और भाजपा नेता सम्राट चौधरी ने दुख जताते हुए कहा कि इस घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूरी समीक्षा कर रहे है. लोगों से उन्होंने शांति बनाए रखने की भी अपील की है. मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि जो ज्ञात हुआ है, वह यह है कि भीड़ ज्यादा होने की वजह से घटना घटी है. प्रशासन इन चीजों पर नजर बनाए हुए है. बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने इस घटना पर दुख जताते हुए X अकाउंट से लिखा है, “प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या स्नान के दिन संगम तट पर भगदड़ और श्रद्धालुओं के घायल होने और मौत की अत्यंत दुखद खबर हृदय विदारक है. ईश्वर दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और हादसे में घायल श्रद्धालुओं को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें, भगवान सबको सकुशल रखें.”
पप्पू यादव ने उठाये सवाल
पूर्णिया के निर्दलीय सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने घटना पर दुख जताते हुए सवाल भी उठाए. उन्होंने X पर लिखा, “दुःखद है कि महाकुंभ में बदइंतज़ामी के कारण इतना बड़ा हादसा हो गया. इतने हिंदू मारे गए, पूरा देश शोकाकुल है. प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी ने दो शब्द का शोक भी व्यक्त नहीं किया. श्रद्धालु भक्तों को श्रद्धांजलि भी नहीं दी. ज़िम्मेदारी तो क्या ख़ाक लेंगे, बस पर्दा डालेंगे.”
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आधी रात को क्या हुआ था
प्रयागराज में महाकुंभ मेला क्षेत्र में मची भगदड़ ने प्रशासन की व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं. ऐसे में यह जानना जरूरी है कि महाकुंभ मेला क्षेत्र में भगदड़ कैसे मची और आधी रात को क्या हुआ था. दरअसल, मौनी अमावस्या पर स्नान का बहुत बड़ा महत्व है. मान्यता है कि इस दिन मौन होकर स्नान और दान करने मात्र से पुण्य की प्राप्ति होती है. योगी सरकार का अनुमान था कि महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर दूसरे अमृत स्नान पर लगभग 10 करोड़ से अधिक श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचकर स्नान करेंगे. इसी के चलते श्रद्धालु लगातार महाकुंभ में स्नान के लिए पहुंच रहे थे.
बताया जा रहा है कि महाकुंभ मेला क्षेत्र में भगदड़ संगम नोज पर मची थी. ये वही जगह है, जहां श्रद्धालु स्नान के लिए पहुंच रहे थे. संगम नोज की महत्ता का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि यहां यमुना और अदृश्य सरस्वती का गंगा से मिलन होता है. इस जगह को स्नान के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है. इसी कारण साधु-संत यहां स्नान करते हैं और श्रद्धालुओं में भी संगम नोज पर स्नान को अहम माना जाता है.
संगम नोज के महत्व को देखते हुए प्रशासन ने इस बार महाकुंभ में इसके क्षेत्रफल को भी बढ़ा दिया था. हालांकि, मंगलवार देर रात लगभग 2 बजे के आसपास अचानक भगदड़ मच गई। पता चला है कि संगम नोज के पास कुछ लोग बैठे हुए थे, तभी अचानक भगदड़ के हालात बन गए. लोगों की भीड़ इतनी अधिक थी कि बैरिकेड्स टूट गए और लोगों के कुचलने से कई महिलाएं बेहोश हो गईं और जैसे ही वे जमीन पर गिरीं और भगदड़ मच गई.
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