मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि दो-तीन दिनों की बारिश से हुई फसल क्षति का आकलन एक बार फिर सभी जगहों का करवाएं. कोई भी प्रभावित क्षेत्र छूटे नहीं. सभी गांवों में फसल क्षति की जानकारी लें.
मुख्यमंत्री ने जल संसाधन विभाग को सिंचाई कार्य को ठीक से देखने के साथ-साथ बाढ़ से बचाव के स्थायी समाधान के लिए काम करने, नदियों के किनारे अधूरे तटबंधों का निर्माण जल्द पूरा करने का निर्देश दिया है.
साथ ही सीएम ने नदियों की उड़ाही और छोटी-छोटी नदियों को भी कनेक्ट करने की योजना बनाने के लिए कहा है. मुख्यमंत्री बुधवार को एक अणे मार्ग स्थित संकल्प में आपदा प्रबंधन, जल संसाधन और कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर रहे थे. इससे पहले मुख्यमंत्री ने पिछले दो दिनों में वर्षा के कारण उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की. साथ ही फसल क्षति के संबंध में जानकारी ली.
जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस, कृषि विभाग के सचिव एन सरवन कुमार और आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने अपने-अपने विभागों की अद्यतन स्थिति की जानकारी दी. बैठक में सीएम के प्रधान सचिव दीपक कुमार व चंचल कुमार और सचिव अनुपम कुमार भी उपस्थित थे.
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सीएम ने कहा कि 15 अक्तूबर के पहले सभी जगह की रिपोर्ट लेकर हुई फसल क्षति का आकलन किया गया और उन्हें मुआवजा दिया जा रहा है. वर्ष 2007 से आपदा में लोगों को हर प्रकार से सहायता की जा रही है.
Published By: Thakur Shaktilochan