बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज सोमवार को जनता दरबार के बाद मीडिया से मुखातिब हुए. एक सवाल का जवाब देते हुए सीएम ने बिहार के लिए विशेष राज्य के दर्जे की मांग को फिर दोहराया. सीएम ने कहा कि 2005 के बाद हमने प्रदेश के विकास के लिए कई काम किये लेकिन अगर बिहार सबसे पिछड़ा है तो इसे विकसित करने के लिए विशेष दर्जा देना चाहिए.
नीतीश कुमार ने कहा कि ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया में सबको ट्रांसफॉर्म करने की जरुरत है. इंडिया में केवल विकसित राज्यों का ट्रांसफार्म नहीं होना है बल्कि पिछड़े राज्यों का भी होना है. भाजपा नेत्री व सूबे की डिप्टी सीएम रेणु देवी का बिना नाम लिये सीएम ने उनके बयानों पर निशाना साधते हुए कहा कि अपने यहां किसी के मन में कोई बात आई है तो इसपर जरुर बात करेंगे. ये समझना होगा कि ये किसी के खिलाफ नहीं बल्कि राज्य के हित में है.
सीएम ने कहा कि राज्य को आगे बढ़ाने के लिए प्रयास करना होगा. प्रजनन दर को कम करना होगा.नीति आयोग की रिपोर्ट में अगर बिहार पिछड़ा है तो इसे पिछड़े राज्य का दर्जा है. देश में सबसे अधिक आबादी बिहार में है.हर स्क्वायर किलोमीटर पर सबसे अधिक यहीं की आबादी है. इसलिए प्रजनन दर घटने में कइ साल लगेंगे. कई राज्यों को विशेष राज्य का दर्जा मिला है जिससे काफी फायदा हुआ है.
नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार को अतिरिक्त सहायता देने की जरुरत है. जिसके बाद बिहार आगे बढ़ेगा और देश भी इससे आगे बढ़ेगा. विशेष दर्जे से केंद्र की हिस्सेदारी बढ़ेगी व योजनाओं में केंद्र का हिस्सा 60 के बदले 90 प्रतिशत होगा.
सीएम ने साफ कहा है कि बिहार के विकास के बिना भला देश का विकास कैसे होगा. बता दें कि डिप्टी सीएम ने बिहार के इस पुराने मांग पर सवाल उठा दिये थे और कहा था कि विशेष राज्य के दर्जे वाले राज्यों से अधिक राशि केंद्र के तरफ से बिहार को मिल रही है.
Published By: Thakur Shaktilochan