मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को साफ शब्दों में कहा है कि उनकी पार्टी जदयू का कहीं किसी दल में विलय नहीं होने जा रहा है. पार्टी के वरिष्ठ नेता और वित्त मंत्री विजय कुमार चाैधरी के आवास पर जदयू विधायक दल की बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कहीं कोई कन्फयूजन नहीं रहे. जदयू का विलय कहीं किसी दल में नहीं होने जा रहा है. उन्होंने कहा कि हमने 2014-15 में ऐसी कोशिश की थी, लेकिन अब ऐसा कुछ भी नहीं है. कहीं से कोई प्रस्ताव भी नहीं है.
सीएम ने कहा कि हम यह चाहते हैं कि 2024 के लोकसभा चुनाव में गैर भाजपा पार्टियां एक प्लेटफार्म पर आये, ताकि भाजपा को पराजित किया जा सके. उन्होंने सभी विधायकों से पार्टी को जमीन पर मजबूत करने की अपील की. मुख्यमंत्री ने कहा कि हम आने वाले दिनों मे सभी जिलों में जायेंगे और पार्टी के कार्यक्रम में शामिल होंगे. सीएम ने कहा कि भाजपा जानबुझ कर गलत बयान कर रही है.
वहीं शराबबंदी को लेकर नीतीश कुमार ने कहा कि पूरे तौर पर राज्य में शराबबंदी है. उन्होंने जदयू के सभी सदस्यों को सदन में मौजूद रहने को कहा. नीतीश कुमार ने पार्टी के विधायकों से भी शराबबंदी पर राय ली, उन्होंने विधायकों से हाथ उठाकर बताने को कहा कि क्या शराबबंदी को खत्म कर दें? इसके बाद बैठक में विधायकों ने कहा कि शराबबंदी से काफी फायदा है. हमें इसे बरकरार रखना चाहिए.
मुख्यमंत्री का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब राजनीतिक हलकों में जदयू और राजद के विलय की अटकलें लगायी जा रही थी. हालांकि, एक दिन पहले बुधवार को जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने सार्वजनिक रूप से कहा था कि दल के भीतर जदयू के किसी दल में विलय की कोई चर्चा नहीं हुई है. उन्होंने यह भी कहा था कि यदि ऐसा होता है तो यह जदयू के लिए आत्मघाती कदम होगा.