कोरोना संकट के बीच बिहार में मंडराने लगा बाढ़ का खतरा, सीएम नीतीश ने बुलाई हाई लेवल मीटिंग
कोरोना महामारी संकट के बीच बिहार में अब बाढ़ का भी खतरा मंडराने लगा है. इसको देखते हुए सीएम नीतीश कुमार ने बाढ़ राहत की समीक्षा, बाढ़ को रोकने के उपाय और नेपाल सीमा से लगे तटबंधों पर हुए काम को लेकर एक हाई लेवल मीटिंग बुलाई है.
पटना : कोरोना महामारी संकट के बीच बिहार में अब बाढ़ का भी खतरा मंडराने लगा है. इसको देखते हुए सीएम नीतीश कुमार ने बाढ़ राहत की समीक्षा, बाढ़ को रोकने के उपाय और नेपाल सीमा से लगे तटबंधों पर हुए काम को लेकर एक हाई लेवल मीटिंग बुलाई है. सीएम नीतीश ने राज्य जल संसाधन विभाग और अन्य अधिकारियों के साथ बिहार में बाढ़ को रोकने के लिए विचार-विमर्श करेंगे.
Bihar: Chief Minister Nitish Kumar has called for a high-level meeting today with State Water Resources Department and other officers, over Nepal obstructing Bihar govt from flood prevention-related work pic.twitter.com/AQiuh4ZQiy
— ANI (@ANI) June 23, 2020
बता दें कि बिहार के वाल्मीकि नगर इलाके में गंडक बराज पर मंगलवार से बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य शुरू हो जायेगा. इसकी अनुमति नेपाल सरकार ने सोमवार को दे दी. लॉकडाउन की वजह से नेपाल ने उसके हिस्से में पड़ने वाले गंडक बराज के दायें तटबंध में बने एफ्लक्स बांध पर गश्ती और मरम्मत की अनुमति नहीं दी थी. इस कारण इस बांध की सुरक्षा को खतरा हो गया था.
राज्य के जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने इस संबंध में नेपाल के अधिकारियों के साथ लगातार पत्राचार और बातचीत जारी रखी. सूत्रों का कहना है कि गंडक बराज पर कुल 36 फाटक हैं. इनमें पहले से 17वें फाटक तक का हिस्सा भारत में पड़ता है. इस हिस्से में राज्य के जल संसाधन विभाग ने बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य पूरा कर लिया था और लगातार गश्ती भी शुरू कर दी थी. बड़ी समस्या नेपाल के इलाके में पड़ने वाले 18 वें से 36 वें फाटक तक को लेकर थी. नेपाल में लॉकडाउन लागू होने की वजह से वहां के अधिकारी इस हिस्से में बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य की अनुमति नहीं दे रहे थे. इसे लेकर दोनों तरफ के अधिकारियों के बीच कई दौर की वार्ता भी हो चुकी थी.