शिक्षा विभाग के कार्यक्रमों की सीएम नीतीश कुमार आज करेंगे समीक्षा, सातवें चरण के नियोजन पर होगी चर्चा
नवंबर तक छठे चरण की शिक्षक नियुक्तियों की कवायद जारी रहेगी. जबकि अभ्यर्थियों का जोर है कि सातवें चरण का शिक्षक नियोजन जल्दी से जल्दी शुरू किया जाये. सातवें चरण में विभाग के सामने सबसे बड़ी चुनौती विज्ञान, गणित, अंग्रेजी एवं अन्य भाषा विषयों में शिक्षकों का चयन करना है.
पटना. मुख्यमंत्री शिक्षा विभाग की योजनाओं और कार्यक्रमों की शुक्रवार काे समीक्षा करेंगे. जानकारी के मुताबिक इस बैठक में शिक्षक नियोजन विशेषकर सातवें चरण के शिक्षक नियोजन पर चर्चा होगी. यह देखते हुए विभाग इन दिनों नौकरी के विज्ञापन निकालने की रणनीति पर काम कर रहा है. हाल ही में शिक्षा मंत्री ने घोषणा भी की थी कि किसी भी विभाग की तुलना में सबसे ज्यादा नौकरियां शिक्षा विभाग देगा.
सातवें चरण में दो लाख से अधिक शिक्षक नियुक्ति
सूत्रों के मुताबिक शिक्षा विभाग सातवें चरण में दो लाख से अधिक शिक्षक नियुक्ति करना चाहता है. इनमें सर्वाधिक नियुक्तियां प्लस टू शिक्षकों के लिए है. उदाहरण के लिए माध्यमिक स्कूलों में 44 हजार और उच्च माध्यमिक स्कूलों में 89 हजार शिक्षकों की नियुक्ति की जानी है. इस तरह प्लस टू स्कूलों में 1.33 लाख शिक्षकों के पद रिक्त हैं. माध्यमिक स्कूलों में अभी 30 हजार और उच्च माध्यमिक स्कूलों में केवल 12 हजार शिक्षक ही कार्यरत हैं. इसके अलावा करीब 80 हजार से अधिक शिक्षकों की नियुक्तियां प्राथमिक स्कूलों में प्रस्तावित हैं. शिक्षा विभाग को इस संदर्भ में निर्णय लेना है कि सातवें चरण कब शुरू किया जाये.
अंग्रेजी एवं अन्य भाषा विषयों में शिक्षकों के पद खाली
दरअसल नवंबर तक छठे चरण की शिक्षक नियुक्तियों की कवायद जारी रहेगी. जबकि अभ्यर्थियों का जोर है कि सातवें चरण का शिक्षक नियोजन जल्दी से जल्दी शुरू किया जाये. सातवें चरण में विभाग के सामने सबसे बड़ी चुनौती विज्ञान, गणित, अंग्रेजी एवं अन्य भाषा विषयों में शिक्षकों का चयन करना है. क्योंकि इसी में सबसे अधिक पद खाली है.
हालिया माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षक नियोजन में 32 हजार से अधिक पदों में करीब ढाई हजार ही नियुक्तियां हो सकीं. खाली रह गये अधिकतर पद विज्ञान और गणित विषयों के ही थे. इसी तरह इस बैठक में शिक्षा विभाग में पद सृजन को लेकर भी चर्चा होने की संभावना है.
दरअसल प्रदेश के प्लस टू विद्यालयों में प्रयोगशाला सहायकों, कंप्यूटर शिक्षकों और विद्यालय परिचारी और विद्यालय सहायकों के कुल 54703 पद सृजित किये जा रहे हैं. प्रदेश के सभी 9360 प्लस टू स्कूलों में प्रति विद्यालय तीन प्रयोगशाला सहायकों की नियुक्ति की जायेगी. इसके अलावा इस बैठक में लाभुक आधारित योजनाओं पर चर्चा होगी. सरकारी स्कूलों में इन्फ्रास्ट्रक्चर के संदर्भ में भी विमर्श संभव है.
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खास बातें
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02 लाख से अधिक शिक्षक नियुक्ति करना चाहता है शिक्षा विभाग
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44 हजार माध्यमिक स्कूलों में बहाली की है योजना
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89 हजार शिक्षकों की नियुक्ति की जानी है उच्च माध्यमिक स्कूलों में
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1.33 लाख शिक्षकों के पद रिक्त हैं प्लस टू स्कूलों में
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80 हजार से अधिक शिक्षकों की नियुक्तियां का प्रस्ताव है प्राथमिक स्कूलों में
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54703 पद सृजित किये जा रहे हैं प्रदेश के प्लस टू विद्यालयों में