पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रविवार को आर ब्लॉक-वीरचंद पटेल पथ फ्लाइओवर का उद्घाटन करेंगे. इस फ्लाइओवर के चालू होने से विधानसभा से वीरचंद पटेल पथ होते हुए आयकर गोलंबर जाना आसान होगा. वहीं, आयकर गोलंबर से वीरचंद पटेल पथ होते हुए विधानसभा, पुरानी सचिवालय, हज भवन होते हुए एयरपोर्ट जाने में लोगों को समय की बचत होगी. जानकारों के अनुसार मुख्यमंत्री साढ़े 11 बजे फ्लाइओवर का उद्घाटन करेंगे. इसके बाद फ्लाइओवर पर वाहनों का परिचालन शुरू हो जायेगा.106 करोड़ की लागत से 960 मीटर लंबा फ्लाइओवर बना है. फ्लाइओवर में आर ब्लॉक गोलंबर पर बने एलिवेटेड रोटरी की गाेलाई 125 मीटर व चौड़ाई 11.5 मीटर है. नवंबर 2015 में फ्लाइओवर का निर्माण शुरू हुआ था
डेढ़ माह में तैयार होगा पटना जंक्शन आर्म : पटना जंक्शन फ्लाइओवर से एग्जीबिशन रोड फ्लाइओवर आर्म जोड़ने का काम डेढ़ माह में पूरा होने की संभावना है. दोनों फ्लाइओवर के जुड़ने पर रामगुलाम चौक की ओर जाना आसान हो जायेगा. राम गुलाम चौक की ओर से आने वाले पटना जंक्शन फ्लाइओवर होते हुए आर ब्लॉक की ओर जा सकेंगे.
आर ब्लॉक-जीपीओ फ्लाइओवर निर्माण में बाधा : ट्रैफिक समस्या को लेकर आर ब्लॉक-जीपीओ फ्लाइओवर निर्माण में बाधा आ रही है. जीपीओ की ओर से आने वाले रैंप को तोड़कर फ्लाइओवर को मिलाने का काम होना है. जीपीओ फ्लाइओवर पर ट्रैफिक दबाव के कारण निर्माण में परेशानी हो रही है. पुल निगम के आधिकारिक सूत्र ने बताया कि मीठापुर रेलवे ओवरब्रिज के तैयार होने से अधिकांश ट्रैफिक उधर डाइवर्ट होने से
पूर्व मध्य रेल के पांच स्टेशनों पर अत्याधुनिक सुविधाएं मिलेंगी. इसमें बिहार के चार स्टेशनों राजेंद्र नगर टर्मिनल, मुजफ्फरपुर, गया व बेगूसराय के अलावा मध्य प्रदेश के सिंगरौली स्टेशनों पर विश्व स्तरीय यात्री सुविधा मुहैया करायी जायेगी. इन स्टेशनों पर पीपीपी मोड के तहत सुविधाएं उपलब्ध कराने का काम होगा. जानकारों के अनुसार अत्याधुनिक सुविधाएं प्राप्त करने के लिए यात्रियों को जेब भी ढीली करनी होगी. मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि रेल भूमि विकास प्राधिकरण द्वारा रेलवे स्टेशनों को विश्व स्तरीय बनाने की दिशा में कार्य शुरू कर दिया गया है. यात्रियों को स्टेशनों पर उच्च कोटि की सुविधा मिलने लगेगी. स्टेशनों को अत्याधुनिक सुविधा से सुसज्जित करते हुए स्टेशनों को ग्रीन बिल्डिंग का रूप दिया जायेगा. जहां वेंटिलेशन, आगमन व प्रस्थान के लिए अलग-अलग व्यवस्था होगी. प्रत्येक प्लेटफाॅर्म पर एस्केलेटर व लिफ्ट लगाये जायेंगे. ताकि, एक से दूसरे प्लेटफाॅर्म पर आने-जाने में यात्रियों को सुविधा हो. इससे वरिष्ठ नागरिक विशेष रूप से लाभान्वित होंगे.
इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान (आइजीआइसी) के 10 वें तल्ले पर नये भवन में अत्याधुनिक व नवीनतम उपकरणों से सुसज्जित लैब होगा. जहां मरीजों की जांच एक जगह पर ही संभव होगी. यहां इस तरह के उपकरण लगाये जायेंगे, जो फिलहाल पटना के किसी निजी या सरकारी हॉस्पिटल में उपलब्ध नहीं है. यहां 240 बेड होंगे. साथ ही 15-20 कमरे भी होंगे. यह वैसे मरीजों के लिए होगा, जो अलग रहना चाहते हैं और खर्च करने की इच्छा रखते हो. भवन के चौथे तल्ले पर तीन ऑपरेशन थियेटर भी नवीनतम उपकरणों से लैस होंगे. दो कैथेटेरीजेशन लेबोरेटरी होगी. रेडियोलॉजी विभाग में नवीनतम डीआर सिस्टम होगा. इसके अलावे सीटी 256 लगाया जायेगा. इस मशीन के माध्यम से एंजियोग्राफी के साथ ही कई अन्य प्रकार की जांच हो पायेगी.