गंगा पर बनने वाले इन 9 मेगा पुल परियोजनाओं से बिहार में आवागमन होगा आसान, सीएम नीतीश ने कहा- समय पर पूरा कर लें काम…

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गंगा नदी पर निर्माणाधीन नौ मेगा पुल परियोजनाओं को समय सीमा के अंदर पूरा करने का निर्देश पथ निर्माण विभाग को दिया है. इसके साथ ही उन्होंने मुंगेर घाट रेल-सह-सड़क पुल के बारे में कहा कि इस ब्रिज का शिलान्यास 2003 में तत्कालीन पीएम अटल बिहारी वाजपेयी से कराया था, अब यह बनकर तैयार है. इसके एप्रोच रोड के बचे हुए 650 मीटर काम को जल्द से जल्द पूरा करें.

By Prabhat Khabar News Desk | May 23, 2021 8:20 AM

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गंगा नदी पर निर्माणाधीन नौ मेगा पुल परियोजनाओं को समय सीमा के अंदर पूरा करने का निर्देश पथ निर्माण विभाग को दिया है. इसके साथ ही उन्होंने मुंगेर घाट रेल-सह-सड़क पुल के बारे में कहा कि इस ब्रिज का शिलान्यास 2003 में तत्कालीन पीएम अटल बिहारी वाजपेयी से कराया था, अब यह बनकर तैयार है. इसके एप्रोच रोड के बचे हुए 650 मीटर काम को जल्द से जल्द पूरा करें.

सीएम ने कहा कि कच्ची दरगाह से बिदुपुर पुल, बक्सर के पुराने पुल का जीर्णोद्धार, राजेंद्र सेतु के समानांतर नये छह लेन अंटाघाट से सिमरिया पुल का निर्माण कार्य निर्धारित समय सीमा के अंदर पूरा करें. महात्मा गांधी सेतु के समानांतर नया फोरलेन पुल, मनिहारी से साहेबगंज के बीच निर्माणाधीन नया पुल और विक्रमशिला सेतु के कार्य में भी तेजी लायी जाये. यह निर्देश उन्होंने शनिवार को 1 अणे मार्ग स्थित संकल्प में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से पथ निर्माण विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान दिया.

बैठक में मुख्यमंत्री ने दिघवारा से शेरपुर के बीच छह लेन पुल, बेगूसराय में मटिहानी से साम्भो की बीच नया पुल और भागलपुर में विक्रमशिला से कटोरिया तक रेल-सह-सड़क पुल के संबंध में जानकारी ली. इसके निर्माण में राज्य सरकार की ओर पूर्ण सहयोग सुनिश्चित करने का निर्देश दिया.

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मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार के द्वारा राज्य में कई पथों और पुलों का निर्माण कराया जा रहा है. गंगा नदी पर जेपी सेतु के समानांतर फोर लेन पुल के निर्माण के लिए विभाग द्वारा शीघ्र कार्रवाईकी जाये जिससे पुल का निर्माण शुरू हो सके. उन्होंने कहा कि जेपी गंगा पथ के निर्माण का उद्देश्य बढ़ती जनसंख्या और वाहनों की बढ़ती संख्या को देखते हुए किया गया है ताकि लोगों को आवागमन में सहूलियत हो. इसका निर्माण कार्य तेजी से करें.

मुख्यमंत्री ने कहा कि इन सभी पुल परियोजनाएं पूर्ण हो जाने पर राज्य में उत्तर से दक्षिण बिहार के लिए आवागमन बेहतर हो जायेगा. राज्य में दीर्घकालीन पथ संधारण व्यवस्था (ओपीआरएमसी) के अंतर्गत पथों का बेहतर रखरखाव किया जाना चाहिए. पथों के मेंटेनेंस को बिहार लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम की परिधि में लाया गया है. पथों एवं पुलों के बेहतर निर्माण के साथ-साथ उनका मेंटेनेंस करने के लिए हमलोग प्रतिबद्ध हैं.

उन्होंने कहा कि पथों का मेंटेनेंस विभागीय स्तर पर ही हो. विभाग के इंजीनियर पथों के मेंटेनेंस में सक्रिय भूमिका निभायें, इससे खर्च भी कम होगा और गुणवता भी बेहतर होगी.

POSTED BY: Thakur Shaktilochan

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