फिर लगने जा रहा नीतीश कुमार का जनता दरबार, जानें कहां और किस दिन सीधा मुख्यमंत्री से कर सकते हैं अपनी शिकायत
जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम एक बार फिर से शुरू हो रहा है. इस बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जिलों से आने वाले लोगों से मुख्यमंत्री सचिवालय परिसर में रू-ब-रू होंगे. पहले की तरह प्रत्येक सोमवार को जनता के दरबार में मुख्यमंत्री उपस्थित होंगे. प्रत्येक सोमवार को अलग-अलग विभागों के मामले लिये जायेंगे और संबंधित विभागों के अधिकारी भी जनता दरबार में मौजूद रहेंगे. सीएम सचिवालय की ओर से इसकी तैयारी शुरू हो गयी है.
जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम एक बार फिर से शुरू हो रहा है. इस बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जिलों से आने वाले लोगों से मुख्यमंत्री सचिवालय परिसर में रू-ब-रू होंगे. पहले की तरह प्रत्येक सोमवार को जनता के दरबार में मुख्यमंत्री उपस्थित होंगे. प्रत्येक सोमवार को अलग-अलग विभागों के मामले लिये जायेंगे और संबंधित विभागों के अधिकारी भी जनता दरबार में मौजूद रहेंगे. सीएम सचिवालय की ओर से इसकी तैयारी शुरू हो गयी है.
उम्मीद की जा रही है जब से कोरोना का टीका आम लोगों को शुरू हो जायेगा, इसके तुरंत बाद जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम शुरू कर दिया जायेगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को विधानसभा स्थित अपने कक्ष में पत्रकारों से बातचीत में यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि कोरोना का संकट नहीं होता तो इसे पहले ही शुरू कर दिया जाता. लेकिन, अब टीकाकरण शुरू हुआ है, अगले एक से दो महीने में आम लोगों को भी टीका दिया जाने लगेगा. इसके बाद जनता दरबार को शुरू किया जायेगा.
जनता दरबार में बड़ी संख्या में लोगों के आने की संभावना को देखते हुए बड़ा शेड बनाया जा रहा है. जनता के दरबार में अधिकारियों और विभिन्न कर्मियों के भी बैठने की व्यवस्था होगी. लोगों के लिए पीने का पानी और शौचालय भी बनाये जा रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता दरबार में आने वाले लोगों से सरकार के कामकाज की फीडबैक मिलती है. साथ ही कई प्रकार की समस्याओं की जानकारी भी मिलती है.
उन्होंने कहा कि लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम के लागू होने के बाद जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम को बंद कर दिया गया था. बाद में कुछ लोगों से सुझाव लिये जाते थे. लेकिन, हाल के दिनों में फीडबैक यह मिला कि जनता दरबार को चालू किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि यह फीडबैक पहले मिला होता तो पूर्व में ही जनता दरबार को शुरू करने का वह निर्णय लेते.
Posted By :Thakur Shaktilochan