बताइए ऐसे कितने स्कूल जिनमें शौचालय नहीं, हम बनवायेंगे… जब MLC की शिकायत पर खड़े होकर बोलने लगे नीतीश
बिहार विधान परिषद में एमएलसी केदार नाथ पांडेय ने जब स्कूलों में शौचालय नहीं होने की शिकायत की और नाराजगी जाहिर की तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीच में ही हस्तक्षेप किया. जानिये पूरा मामला...
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधान परिषद में सोमवार को राज्यपाल अभिभाषण पर चल रही चर्चा के दौरान हस्तक्षेप किया. उन्होंने विधान पार्षद केदार नाथ पांडेय से पूछा कि ऐसे कितने स्कूल हैं? जिनमें शौचालय नहीं है. आप सीधे उन स्कूलों का नाम बताइए. मुझे बताया गया है कि सारे स्कूलों में शौचालय बनवाये जा चुके हैं. आप अगर इस संदर्भ में बता रहे हैं, तो एकदम स्कूल विशेष का नाम बताइये. इसे नोटिस में लिया जायेगा.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह हस्तक्षेप उस समय किया जब एमएलसी केदार नाथ पांडेय सरकारी स्कूल की कमियां गिना रहे थे. जैसे ही पांडेय ने कहा कि सरकारी स्कूलों में शौचालय नहीं है. इस पर मुख्यमंत्री ने उन्हें खड़े होकर टोक दिया. सीएम ने कहा कि अगर आप स्कूल विशेष के संदर्भ में सूचना देंगे तो हम वहां शौचालय बनवायेंगे. इस पर इस पर एमएलसी पांडेय ने कहा कि मैं लिखित रूप में यह जानकारी दूंगा.
सोमवार को सत्र की दूसरी पाली में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार काफी समय तक मौजूद रहे. इसके अलावा उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी, जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा आदि मंत्री उपस्थित रहे. परिषद की कार्यवाही की शुरुआत में वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के बजट की कॉपी पटल पर रखी.
इसके बाद एमएलसी नीरज कुमार ने राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद चर्चा के दौरान बताया कि नीति आयोग के विकास संबंधी पैरामीटर में विसंगतियां हैं. इसमें उन्होंने कुछ सुझाव दिये.कहा कि इस मामले में सभी दलों को सर्वानुमति के साथ प्रस्ताव तैयार कर केंद्र को भेजना चाहिए. नीरज कुमार ने बताया कि सरकार फॉलोवर नहीं कई मामलों में लीडर की स्थिति में है.
Published By: Thakur Shaktilochan