बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार से दिल्ली के दौड़े पर हैं. अपनी यात्रा के तीसरे दिन वो राष्ट्रपति भवन पहुंचे जहां उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की. नीतीश कुमार ने फूलों का गुलदस्ता दे कर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को शुभकामनाएं दी. राष्ट्रपति चुनाव के बाद सीएम नीतीश कुमार की महामहिम से आज पहली बार मुलाकात हुई है.
बता दें की राष्ट्रपति चुनाव में जदयू ने अपना समर्थन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को दिया था. चुनाव के दौरान जब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पटना पहुंची थी तो नीतीश कुमार ने उस वक्त उनका काफी गर्मजोशी से स्वागत किया था. हालांकि वो राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में सम्मिलित नहीं हो पाए थे.
मिशन 2024 पर निकले नीतीश कुमार सोमवार को दिल्ली पहुंचे. अपनी इस यात्रा के दौरान नीतीश कुमार ने विपक्ष के कई राष्ट्रीय नेताओं से मुलाकात की. नीतीश कुमार सोमवार को राहुल गांधी से मिले तो मंगलवार को उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल से मुलाकात की. इसके अलावा उन्होंने मंगलवार को सीताराम येचुरी और मुलायम सिंह से भी मुलाकात की थी. बुधवार को उनकी मुलाकात भाकपा माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य और एनसीपी के शरद पवार से हुई.
बुधवार की सुबह सीएम नीतीश कुमार ने भाकपा माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य से मुलाकात की. इस दौरान दोनों ने आगामी लोकसभा चुनाव पर चर्चा की. इस मुलाकात के बाद सीएम नीतीश कुमार ने कहा की जिस तरह बिहार में भाजपा अकेली पड़ गई अगर ठीक उसी एकजुटता से काम किया जाए तो भाजपा को केंद्र से भी हटाया जा सकता है.
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भाजपा से अलग होने के बाद से जदयू खुलकर भाजपा के खिलाफ मैदान में आ चुकी है. इसके लिए जदयू ने नीतीश कुमार को सभी विपक्षी दलों को एकजुट करने के लिए अधिकृत किया है. इसी सिलसिले में तेलंगाना के सीएम केसीआर भी पटना पहुंचे थे. और अब सीएम नीतीश कुमार दिल्ली दौड़े पर हैं जहां वो विपक्षी नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं. लेकिन अपनी हर मुलाकात के बाद नीतीश कुमार ने कहा है कि वे प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नहीं होंगे. वे केवल एक ही मिशन से दिल्ली आए हैं और फिलहाल वे विपक्षी पार्टियों को एकजुट करने में जुटे हुए हैं.