मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 27 से 29 दिसंबर तक आयोजित होने वाले प्रकाश पर्व की तैयारियों का बुधवार को जायजा लिया. साथ ही उन्होंने प्रकाश पर्व में सभी श्रद्धालुओं की सुविधाओं पर विशेष ध्यान देने का अधिकारियों को निर्देश दिया है. उन्होंने कहा है कि बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो. हम लोगों ने अपने राज्य में श्रद्धालुओं की सुविधाओं को लेकर कई कार्य किए हैं. एक-एक चीज पर ध्यान दिया गया है.
पटना सिटी के मालसलामी में नवनिर्मित छह तल्ला ओपी साह सामुदायिक भवन के निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने विभिन्न तल्लों पर जाकर सभी व्यवस्था देख कर उसकी जानकारी ली. इसमें डॉरमेटरी, टॉयलेट, डाइनिंग हॉल सहित कमरे शामिल हैं. मुख्यमंत्री ने छत पर सोलर प्लेट लगाने और साफ-सफाई सहित सुरक्षा को लेकर भी अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये. इसके बाद मुख्यमंत्री ने गुरु के बाग स्थित प्रकाश पुंज का निरीक्षण किया. मुख्यमंत्री ने वहां प्रदर्शित सिख धर्म के आध्यात्मिक उपदेशों, प्रदर्शों एवं कलाओं का निरीक्षण किया.
इसके बाद पटना सिटी के मालसलामी से लौटने के क्रम में मुख्यमंत्री ने जेपी गंगापथ पर बांस घाट के पास रुक कर बांस घाट और जेपी गंगा पथ के बीच वाले हिस्से का जायजा लिया. वहां वाटर बड्डीज और उद्यान के रूप में विकसित करने का निर्देश दिया. साथ ही जेपी गंगा पथ से जुड़ने के लिए कनेक्टिंग मार्ग को भी डेवलप करने को कहा.
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इस निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री के अतिरिक्त परामर्शी अंजनी कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, पथ निर्माण एवं स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, पर्यटन विभाग के सचिव अभय कुमार सिंह, भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह, वरीय पुलिस अधीक्षक मानवजीत सिंह ढिल्लो, तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब के महासचिव इंद्रजीत सिंह सहित अन्य पदाधिकारी एवं आयोजन समिति से जुड़े लोग उपस्थित थे.