सीएम नीतीश कुमार ने बताया समाधान यात्रा का मकसद, पूर्णिया के मल्हनी गांव में विकास कार्यों का लिया जायजा
सीएम ने कहा कि यात्रा का मकसद है कि वे स्वयं यह घूम-घूम कर देखें कि कहां कितना काम हुआ है. कहीं कोई कमी रह गयी है, तो उसको पूरा किया जाए. लोगों की इच्छा भी जान रहे हैं. आज हमने जीविका दीदियों को बना दिया है, तो कितना अच्छा से काम कर रही हैं.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बुधवार को समाधान यात्रा के दौरान पूर्णिया जिले के सदर प्रखंड के मल्हनी गांव पहुंचे. लगभग एक घंटे तक गांव में रहने के दौरान मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाये गये स्टॉलों का निरीक्षण किया. यहां उद्यमी योजना के तहत 66 लाभुकों के बीच ढाई करोड़ रुपये का चेक वितरण किया. इसके बाद जिला मुख्यालय स्थित सभागार भवन के प्रथम तल पर जीविका दीदी के साथ संवाद करते हुए उन्होंने पूछा कि इसमें जुड़ने के बाद फायदा समझ में आ रहा है? सभी जीविका दीदियों ने कहा कि हम लोगों का जीवन संवर गया.
यात्रा का मकसद विकास कार्यों को देखना : सीएम
सीएम ने कहा कि यात्रा का मकसद है कि वे स्वयं यह घूम-घूम कर देखें कि कहां कितना काम हुआ है. कहीं कोई कमी रह गयी है, तो उसको पूरा किया जाए. लोगों की इच्छा भी जान रहे हैं. आज हमने जीविका दीदियों को बना दिया है, तो कितना अच्छा से काम कर रही हैं. स्कूल के बच्चों को देख लीजिए. ये सब अब अंग्रेजी में बोल रहा है. सोच लें कि कितना ज्यादा विकास हुआ है. मौके पर वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी, ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, जल संसाधन मंत्री संजय झा, शिक्षा मंत्री प्रो चंद्रशेखर आदि मौजूद थे.
अभी तो यात्रा पर हैं, बजट नहीं देख पाया
सीएम से पत्रकारों ने बजट पर पूछा तो उन्होंने कहा कि हम तो यात्रा पर हैं. मुझे अभी इसकी कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि हम लोगों को तो जितना कहना था वित्त मंत्री से जाकर कह चुके हैं. नीतीश कुमार ने कहा कि वह हर बार बजट देखते थे, लेकिन इस बार नहीं देख सके हैं. लौटने के बाद एक-एक चीज को देखेंगे. अभी तो यात्रा पर हैं. हम तो हर बार सुनते थे. एमपी थे तो अंदर रहते थे, लेकिन उसके बाद भी बजट जरूर सुनते थे. पिछले साल तक पूरा बजट सुना है. इस बार भी सुनते, लेकिन पहले से ही मेरा कार्यक्रम तय था, इसलिए नहीं सुन पाया.