CM Nitish Pragati Yatra: 2024 जाते-जाते 2025 की राजनीति साध गए CM नीतीश, राजनीतिक गलियारे में बढ़ी हलचल
CM Nitish Pragati Yatra: सोमवार से सीएम नीतीश कुमार ने प्रगति यात्रा की शुरुआत की है. पहले दिन की शुरुआत उन्होंने पश्चिम चंपारण के वाल्मिकीनगर से की. यहां उन्होंने समीक्षा बैठक की. अब इस यात्रा से राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है. माना जा रहा है कि सीएम नीतीश इस यात्रा के जरिए 2025 का विधानसभा चुनाव को साधने की कोशिश कर रहे हैं.
CM Nitish Pragati Yatra: बिहार की राजनीति में जबरदस्त पकड़ रखने वाले प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हर बार कुछ नयी रणनीति तैयार कर लेते हैं, जिससे राजनीतिक गलियारे में बेचैनी बढ़ जाती है. बीते दिन यानी सोमवार को पश्चिम चंपारण से शुरू हुई प्रगति यात्रा के दौरान नीतीश ने 2025 से 2030 तक की रणनीति का रूट मैप तैयार कर दिया. राजनीतिक धुरंधरों की मानें तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा का कोई जोड़ नहीं है. इसका काट ढूंढने में अन्य विपक्षी दल मेहनत करने को विवश हो गये हैं.
पूरी आबादी को साधने का प्रयास
ऐसा माना जा रहा है कि महिला संवाद यात्रा को आधी आबादी तक सिमटने के चलते नीतीश ने पूरी आबादी को साधने के लिए प्रगति यात्रा शुरू की है, जो मील का पत्थर साबित होगा. प्रगति यात्रा जिलों के विकास की राह में आने वाले बाधाओं और लंबित कार्यों के पूर्णता की ओर तेजी लाने का प्रयास है, जिसे विधानसभा चुनाव से जोड़ कर देखा जा रहा है. यात्रा के माध्यम से मुख्यमंत्री अपने अंदाज से लोगों को रूबरू करा रहे हैं कि न वे रुकेंगे, न थकेंगे, बल्कि प्रगति का कार्य हर हाल में पूरा करेंगे.
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एक महीना पहले से तैयारी में लगे थे अधिकारी
इस यात्रा के दौरान पूर्व में जारी निर्देशों में हर जिलों की कल्याणकारी व विकास योजनाओं को युद्धस्तर पर पूरा करने का निर्देश जारी कराने के बाद ही प्रगति यात्रा की शुरुआत मुख्यमंत्री नीतीश ने की है. यही वजह मानी जा रही है कि जिन-जिन जिलों में यात्रा होनी है, वहां एक महीने पहले से ही सभी विभागीय अधिकारी दिन-रात एक कर लंबित योजनाओं को पूरा करने में लगे थे. इतना ही नहीं, जिन विभागों के कार्य ज्यादा लंबित थे, उन कार्यों को शिविर आयोजित कर पूरा कराया गया है. चुनावी जानकारों की मानें तो सीएम नीतीश की इस प्रगति यात्रा की तोड़ जब तक दूसरे ढूंढेंगे, तब तक बहुत देर हो चुकी होगी.