सीएम नीतीश ने कहा- कोरोना से डरें नहीं, देश से बिहार का रिकवरी रेट नौ फीसदी अधिक
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को कहा कि लोगों को कोरोना महामारी से डरने की जरूरत नहीं है. बिहार का रिकवरी रेट राष्ट्रीय औसत की तुलना में नौ प्रतिशत ज्यादा है.
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को कहा कि लोगों को कोरोना महामारी से डरने की जरूरत नहीं है. बिहार का रिकवरी रेट राष्ट्रीय औसत की तुलना में नौ प्रतिशत ज्यादा है. अभी बिहार का रिकवरी रेट 71.54% है, जबकि राष्ट्रीय औसत महज 62.43% है. मुख्यमंत्री ने लोगों से अनिवार्य रूप से सोशल डिस्टैंसिंग का पालन और मास्क का प्रयोग करने की अपील की है. मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमित लगातार स्वस्थ होकर घर लौट रहे हैं.
शुक्रवार को भी 459 ठीक होकर घर लौटे हैं. सीएम ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया है कि वह टेस्टिंग की संख्या बढ़ाये. साथ ही डेडिकेटेड कोविड अस्पताल, कोविड हेल्थ सेंटर और कोविड केयर में बेडों की संख्या तुरंत बढ़ाने को कहा. आइसोलेशन वार्ड में बेडों की संख्या बढ़ाने और संक्रमितों के अनुपात में वेंटिलेटर, ऑक्सीजन कन्सेनट्रेटर और अन्य जरूरी उपकरणों की पर्याप्त व्यवस्था करने को कहा है. मुख्यमंत्री के इस निर्देश के तुरंत बाद स्वास्थ्य विभाग ने पटना एम्स को कोविड 19 के इलाज के लिए डेडीकेटेड अस्पताल के रूप में घोषित कर दिया. एम्स पटना को निर्देश दिया गया है कि वहां भर्ती सामान्य मरीजों की संख्या में कमी लाने के लिए आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करें. राज्य में अब तक एनएमसीएच, जेएलएनएमसीएच व एएनएमएमसीएच को कोविड 19 डेडीकेटेड अस्पताल बनाया गया था.
देर शाम मुख्यमंत्री के निर्देश पर अमल करते हुए स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के सभी नौ सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के 50% बेडों को कोरोना मरीजों के लिए आइसोलेशन वार्ड के रूप में चिह्नित करने का निर्देश दिया है. साथ ही सभी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पतालों को अपने यहां 100-100 बेडों की व्यवस्था कोरोना मरीजों के लिए कर लेने के निर्देश जारी किया गया. डेडीकेटेड बेडों पर कोरोना मरीजों की भर्ती कर इलाज किया जायेगा. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव उदय सिंह कुमावत ने सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के प्राचार्य और अधीक्षकों को निर्देश दिया है कि वे अपने यहां कोरोना मरीजों का इलाज शनिवार से शुरू कर दें. प्रधान सचिव ने सभी नौ मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के साथ जिलों को भी संबद्ध कर दिया है, जहां पर उन जिलों के मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जायेगा.
बाढ़ की संभावना को देखते हुए तुरंत कार्रवाई के लिए तैयार रहने का निर्देश : मुख्यमंत्री ने भारी बारिश के कारण बाढ़ की आशंका को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग को तुरंत कार्रवाई के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि तटबंधों के नजदीक रहने वाले लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए पूरी तैयारी रखी जाये. साथ ही जल संसाधन विभाग तटबंधों की सुरक्षा को लेकर अलर्ट मोड पर रहे.
समयसीमा के अंदर बांटे राशन कार्ड : सीएम ने राशन कार्ड वितरण के काम को निर्धारित समयसीमा के अंदर पूरा करने का निर्देश दिया है, ताकि सुयोग्य परिवारों को जन वितरण प्रणाली का लाभ मिल सके.