सीओ-थानेदार तक नहीं सुन रहे बात, विधायक और पार्षदों ने बयां किया दर्द
एनडीए विधायक दल की बैठक में भाजपा और जदयू सहित अन्य पार्टियों के विधायकों ई परेशानी सामने आई. उन्होंने अधिकारी उनका काम करना तो दूर बात भी नहीं सुन रहे.
Bihar NDA Legislature meeting : बिहार विधानसभा के मॉनसून सत्र को लेकर सोमवार को एनडीए विधायक दल की एक अहम बैठक हुई. इस बैठक में भाजपा, जदयू सहित एनडीए दलों के विधायक-विधान पार्षदों का दर्द भी उभर कर सामने आया. कई विधायक-विधान पार्षदों ने कहा कि सीओ-थानेदार काम करना तो दूर, उनकी बात तक नहीं सुनते.
विधायक बनने पर बात नहीं सुन रहे अधिकार
भाजपा के एक विधायक ने कहा कि 20 साल जब तक वे मुखिया रहे, तब तक बीडीओ उनकी बात सुनता रहा. विधायक बन जाने के बाद तो वो बात तक नहीं सुनता. सोचते हैं विधायक ही क्यूं बनें? खगड़िया क्षेत्र से आने वाले जदयू विधायक ने कहा कि टूट कर गिरे अगुवानी पुल का मलबा अब तक नहीं हटा है. दस वर्षों से यह प्रोजेक्ट लंबित है.
विधायकों ने ये मुद्दे भी उठाए
कुछ विधायकों ने विधायक फंड से पुल-पुलिया की स्वीकृति नहीं होने तो कुछ ने बीस सूत्री कमेटी और अनुमंडल अनुश्रवण समिति गठित किये जाने की मांग उठाई. शिक्षा विभाग द्वारा सरकारी स्कूलों के विकास को लेकर भेजी गई राशि के बंदरबांट की जांच का मुद्दा भी उठा. बैठक में पंचायती राज व्यवस्था के तहत 15 लाख तक की योजनाओं का कार्य टेंडर के माध्यम से कराये जाने के आदेश को लेकर मुखिया की असंतुष्टि का मामला भी उठाया गया.