कोकलियर इंप्लांट मूक-बधिर बच्चों के लिए वरदान

कोकलियर इंप्लांट भारतवर्ष में एक क्रांति के रूप में देखा जा रहा है. इसका सफल ऑपरेशन मूक-बधिर बच्चों के लिए वरदान है.

By Prabhat Khabar News Desk | August 31, 2024 1:06 AM

प्रतिनिधि, फुलवारीशरीफ कोकलियर इंप्लांट भारतवर्ष में एक क्रांति के रूप में देखा जा रहा है. इसका सफल ऑपरेशन मूक-बधिर बच्चों के लिए वरदान है. यह मेडिकल क्षेत्र में वैसे बच्चों के लिए काफी सुखद होगा जो बच्चे बचपन से बोलने और सुनने में कमजोर हैं. ये बातें शुक्रवार को बिहार विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह ने कहीं. वे शुक्रवार को पटना एम्स में कोकालियर इंप्लांट विषय पर दो दिवसीय कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि के रूप में लोगों को संबोधित कर रहे थे. पटना एम्स के निदेशक डॉक्टर जी के पाल ने कोकलियर इंप्लांट के क्षेत्र में पटना एम्स में किया जा रहा उपचार और विभाग द्वारा अब तक हुई प्रगति के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला. पटना एम्स इस क्षेत्र में लोगों को जागरूक करने का भी अभियान चला रहा है.यह सम्मेलन इस क्षेत्र में और नयी उपलब्धियां को ऊंचाइयों तक ले जाएगा. प्रभारी सर्जन डॉक्टर क्रांति भावना ने कहा कि पटना एम्स में वैसे बच्चों के लिए दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया है, जो बच्चे बचपन से मूक-बधिर हैं. कोकानियर इंप्लांट एक ऐसी मशीन है जो कान के पीछे ऑपरेशन करके बच्चों में लगायी जाती है. सम्मेलन का उद्घाटन बिहार विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह ने एम्स निदेशक डॉ जी के पाल व अन्य अतिथियों के साथ किया. स्लोवाकिया के विपुल सर्जन डॉ मिलन प्रोफैंट सम्मेलन में मुख्य व्याख्यान दिया .

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version