– दिल्ली में आयोजित फिक्की सम्मेलन व बीज उत्पादकों के समक्ष कृषि मंत्री ने रखा प्रस्ताव
कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने बुधवार को नयी दिल्ली में फेडरेशन ऑफ इंडियान चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) की ओर से आयोजित इंडिया मेज समिट के 10वें संस्करण का उद्घाटन किया. इस दौरान मंत्री ने कहा कि मक्का उत्पादन में बिहार देश में महत्वपूर्ण स्थान रखता है. देश के कुल मक्का उत्पादन में बिहार का योगदान लगभग 11 प्रतिशत है. आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, राजस्थान तथा महाराष्ट्र के बाद बिहार देश का 5वां सबसे बड़ा मक्का उत्पादक राज्य है. उन्होंने फिक्की के समिट में उपस्थित सभी उद्योगपतियों एवं संस्थानों से बिहार में मक्का आधारित उद्योग एवं बीज उत्पादन हेतु खेती करने तथा प्रसंस्करण इकाई लगाने की अपील की. कहा कि सरकार इसके लिए मदद करेगी.
बीज उत्पादकों से बिहार में बीज उत्पादन का प्रस्तावफिक्की के सम्मेलन को संबोधित करने के बाद कृषि मंत्री ने कृषि विभाग के सचिव संजय अग्रवाल के साथ राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर के प्रमुख बीज उत्पादक कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ अलग से बैठक की. मंत्री ने सभी बीज उत्पादक कंपनियों को बिहार में बीज उत्पादन का कार्य प्रारंभ करने का सुझाव दिया. कहा कि कृषि विभाग के पास उपलब्ध बीज गुणन प्रक्षेत्र भी बीज उत्पादन के लिए निजी बीज उत्पादक कंपनी को लीज पर उपलब्ध कराया जायेगा. एक सप्ताह के अंदर निविदा प्रकाशित की जायेगी. अधिकांश बड़ी बीज उत्पादक कंपनियों ने बिहार में हाइब्रीड बीज उत्पादन कार्य करने पर अपनी सहमति व्यक्त की.
बिहार कृषि निवेश प्रोत्साहन लागू
मंत्री ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में निवेश को प्रोत्साहन देने के लिए अलग से बिहार कृषि निवेश प्रोत्साहन नीति लायी है. इसके तहत बीज प्रसंस्करण से लेकर फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में 25 प्रतिशत तक कैपिटल सब्सिडी का लाभ लिया जा सकता है. राज्य सरकार की इथेनॉल प्रोत्साहन नीति, 2021 से भी मक्का उत्पादक किसानों को फायदा हो रहा है. फिक्की के सम्मेलन में कृषि सचिव ने कहा कि पूर्णिया, कटिहार, भागलपुर, मधेपुरा, सहरसा, खगड़िया और समस्तीपुर मक्का उत्पादन के प्रमुख क्षेत्र के रूप में विकसित हुए हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है