Bihar News: बिहार में बाढ़ से हाहाकार मचा हुआ है. दर्जन भर से अधिक जिलों में लाखों लोगों का जनजीवन प्रभावित हुआ है. गंगा का जलस्तर पिछले दिनों तेजी से बढ़ा जिससे पानी ग्रामीण के अलावे शहरी इलाकों में भी फैल गया. जिलों में दियारा का इलाका पूरी तरह जलमग्न हो चुका है. जिन गांवों में बाढ़ का पानी तेजी से बढ़ा वहां से लोग पलायन करने लगे. सबसे अधिक संकट किसानों और पशुपालकों को है जिनके खेत पानी में डूबे हुए हैं और फसल बर्बाद हो गयी है. इधर, बिहार सरकार अब इन किसानों को राहत मुहैया कराने में जुटी है. बाढ़ से बर्बाद हुए फसलों का अब आकलन होगा और किसानों को मुआवजा होगा.
24 घंटे के अंदर रिपोर्ट सौंपेंगे अधिकारी
रविवार को मुख्यालय, प्रमंडल और जिला कृषि पदाधिकारियों के साथ कृषि सचिव ने बैठक की. इस दौरान कृषि सचिव संजय अग्रवाल ने किसानों को हुए नुकसान और उन्हें राहत दिलाने के मुद्दे पर मंथन किया. सचिव ने कहा कि सितंबर माह में गंगा किनारे बसे जिलों में आयी बाढ़ से फसलों की हुई क्षति का आकलन होगा. सभी जिलों को निर्देश दिया गया है कि पंचायतवार फसल क्षति का आकलन करें और 24 घंटे के अंदर इसकी रिपोर्ट दें.
कृषि सचिव ने दिए हैं निर्देश…
कृषि सचिव ने सभी जिला कृषि पदाधिकारियों, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी, प्रखंड कृषि पदाधिकारी एवं कृषि समन्वयकों को निर्देश दिया कि वो खेतों में जाकर फसल की क्षति का जायजा लें और इसका आकलन करें. उन्होंने पंचायतवार खाद्यान्न फसलों के साथ-साथ बागवानी फसलों, मौसमी फल व सब्जी के हुए नुकसान का भी आकलन करने और इसकी रिपोर्ट 24 घंटे के अंदर देने का निर्देश दिया है.
पटना में तैयार हुआ कंट्रोल रूम
कृषि सचिव ने पटना के मीठापुर स्थित कृषि भवन में तैयार नियंत्रण कक्ष के बारे में बताते हुए कहा कि बाढ़ की स्थिति को देखते हुए विभागीय स्तर पर किसी भी इमरजेंसी हालत से निपटने के लिए इसे तैयार किया गया है.यहां फसल क्षति संबंधित सूचना प्राप्त की जायेगी. यह कंट्रोल रूम हर दिन 24 घंटे एक्टिव रहेगा. इसके लिए कृषि निदेशक नितिन कुमार सिंह को वरीय नोडल पदाधिकारी तथा सुशील कुमार, संयुक्त निदेशक (सांख्यिकी) प्रभारी पदाधिकारी बनाया गया है.
कृषि विभाग के अधिकारियों की छुट्टियां रद्द
जिन जिलों में गंगा का जलस्तर बढ़ा है उन जिलों में कृषि विभाग के अधिकारियों की छुट्टियां अगले आदेश तक रद्द कर दी गयी हैं.अधिकारियों को क्षेत्र में भ्रमण कर किसानों को मदद करने का आदेश दिया गया है. कृषि सचिव ने बताया कि बाढ़ से क्षति हुई फसलों के अलावा आगामी फसल लगाने के लिए विभाग की ओर से किसानों को मदद की जायेगी.