सूबे के 61 आकांक्षी प्रखंडों में चलेगा “संपूर्णता अभियान”

सूबे में नीति आयोग के 61 आकांक्षी प्रखंडों में “संपूर्णता अभियान” चलाया जायेगा. राज्य के 27 जिले इन प्रखंडों में चार जुलाई से इसकी शुरुआत होगी और समापन 30 सितंबर को होगा.

By Prabhat Khabar Print | July 1, 2024 1:11 AM

— स्वास्थ्य और पोषण सूचकांकों को बेहतर करना तथा मातृ मृत्यु दर कम करना है लक्ष्य

संवाददाता, पटना

सूबे में नीति आयोग के 61 आकांक्षी प्रखंडों में “संपूर्णता अभियान” चलाया जायेगा. राज्य के 27 जिले इन प्रखंडों में चार जुलाई से इसकी शुरुआत होगी और समापन 30 सितंबर को होगा. इस अभियान का मुख्य उद्देश्य स्वास्थ्य, पोषण, कृषि, सामाजिक विकास और शिक्षा के सूचकांकों को शत प्रतिशत प्राप्त करना है. स्वास्थ्य एवं पोषण के सूचकांकों का सैचुरेशन प्वाइंट तक पाने का मकसद मातृ मृत्यु दर को कम करने के साथ पोषण के विभिन्न स्तरों को भी सैचुरेशन प्वाइंट तक पहुंचाना है. इसके लिए प्रत्येक महीने माइक्रो प्लान बनाया जायेगा, जिसके संचालन में जनप्रतिनिधि, फ्रंटलाइन वर्कर, कम्युनिटी लीडर, लोकल आइकॉन, छात्र एवं अन्य लोगों का सहयोग लिया जायेगा.

गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य और पोषण पर मुद्दे होंगे शामिल

आकांक्षी प्रखंड पर अपना तकनीकी सहयोग दे रहे पीरामल स्वास्थ्य के राज्य प्रतिनिधि अभिषेक कुमार ने बताया कि संपूर्णता अभियान में स्वास्थ्य के जो मुद्दे होंगे उनमें गर्भवतियों का खास ध्यान रखा गया है. गर्भवतियों के मुद्दों में गर्भ के प्रथम तिमाही में प्रसव पूर्व जांच की सुनिश्चितता शामिल है. साथ ही गर्भकाल के दौरान अनुपूरक पोषण लेने वाली महिलाओं के प्रतिशत में वृद्धि करने के लक्ष्य के साथ संपूर्ण जनसंख्या के अनुपात में रक्तचाप व शुगर की स्क्रीनिंग के प्रतिशत में वृद्धि करने का भी लक्ष्य है. इन सभी को तीन महीने के एक्शन प्लान के साथ पखवाड़े आयोजित कर पूरा किया जाना है.

संपूर्णता अभियान के लिए नीति आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध

विभिन्न मानकों पर देश और बिहार के आंकड़े (प्रतिशत में)

निर्धारित मानक देश बिहार

• आइसीडीएस से अनुपूरक पोषण लेने वाली गर्भवती – 26.2 31.1

• छह महीने से छह साल तक के वैसे बच्चे जो आइसीडीएस से सप्लीमेंट्री पोषण लेते हों- 18.8 21.8

• आंगनबाड़ी सेंटर पर माप के लिए नामित बच्चे- 63.2 84.7

• ऑपरेशनल आंगनबाड़ी सेंटर जहां पीने के पानी की व्यवस्था हो- 29.4 61.0

• गर्भावस्था के दौरान प्रथम तिमाही में रजिस्टर्ड महिलाएं- 79.4 71.5

• कुल प्रसव के सापेक्ष में संस्थागत प्रसव- 76.8 71.5

• जन्म के समय कम वजनी बच्चे 2500 ग्राम से कम- 12.8 9.9

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