कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव ने कहा, सोनिया गांधी तय करेंगी बिहार में महागठबंधन का नेता

किसानों के उत्पीड़न के खिलाफ कांग्रेस प्रखंड स्तर पर 15 से शुरू करेगी सम्मेलन

By Radheshyam Kushwaha | March 5, 2020 3:59 PM
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पटना: बिहार में महागठबंधन का नेता कौन होगा इसको लेकर चर्चा तेज हो गया है. कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव वीरेंद्र सिंह राठौर ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी बिहार मे महागठबंधन का नेता तय करेंगी.पूर्व मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के महागठबंधन के नेता मानने के सवाल पर राठौर ने कहा कि राजग के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गठबंधन कर असमंजस की स्थिति में फंसे हुये है. इनकी स्थिति राजग से बाहर निकलने लायक भी नहीं बची है. दोनों गठबंधन की बात करें तो एनडीए ने पहले से ही अपना भरोसा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर पूरी तरह से जता दिया है और उन्हें ही मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किया है. खींचतान तो महागठबंधन में मची है, जिसमें मुख्यमंत्री पद का चेहरा सोनिया गांधी तय करेगी. कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव सह बिहार प्रभारी वीरेंद्र सिंह राठौर ने कहा कि बिहार में महागठबंधन मजबूत स्थिति में है.

विधानसभा चुनाव में राजद नेता तेजस्वी यादव को महागठबंधन का चेहरा बनाये जाने की बात पर राठौर ने कहा कि नेता तय करने का अधिकार सिर्फ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को है. वही विस चुनाव में महागठबंधन का चेहरा तय करेंगी. उन्होंने कहा कि 15 मार्च से किसानों के उत्पीड़न के खिलाफ कांग्रेस पार्टी बिहार में प्रखंड स्तर पर मगध प्रमंडल में प्रखंड स्तर पर समर्थन मूल्य सम्मेलन का आयोजन शुरू करेगी. जो एक माह तक यानी 15 अप्रैल तक लगातार आयोजित होगा. इसके बाद उन्होंने बताया कि मगध प्रमंडल से जुड़े गया, औरंगाबाद, जहानाबाद, नवादा व अरवल जिले के प्रखंड अध्यक्षों की अलग-अलग जिलावार बैठक आयोजित कर प्रखंडों में पार्टी की स्थिति की जानकारी ली गयी. मगध में कांग्रेस पार्टी काफी मजबूत है. दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन गया जिले के 27 प्रखंड अध्यक्ष, औरंगाबाद के 12, नवादा के 15, जहानाबाद के आठ और अरवल के पांच प्रखंड अध्यक्षों के साथ विधानसभा चुनाव की तैयारी पर मंत्रणा की.

तेजस्वी को लेकर महागठबंधन की अब तक सहमति नहीं

महागठबंधन में चेहरे को लेकर असमंजस की स्थिति है. महागठबंधन के दूसरे दलों ने अब तक तेजस्वी को मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाए जाने पर सहमति नहीं जताई है. कांग्रेस इस मामले में कुछ भी खुलकर नहीं बोल रही है. लोकसभा चुनाव के दौरान जीतनराम मांझी यह कहते थे कि महागठबंधन में एक ही चेहरा हैं और वह हैं तेजस्वी यादव. लोकसभा चुनाव में महागठबंधन की करारी हार के बाद मांझी के बोल बदल गए. पिछले दिनों मांझी और कुशवाहा ने महागठबंधन की तरफ से शरद यादव का नाम आगे बढ़ाया था और उन्हें मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने की बात कही थी. रालोसपा और ‘हम’ का कहना है कि अगर शरद यादव महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होते हैं तो सभी पार्टियां सहमति जताएंगी. इस पर शरद यादव ने कहा था कि वे बिहार विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद का चेहरा नहीं होंगे.

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