बिहार चुनाव 2025 में कांग्रेस 70 सीटों से कम पर नहीं मानेगी, जानिए RJD की क्यों बढ़ सकती है टेंशन…
बिहार चुनाव 2025 में महागठबंधन में कांग्रेस 70 सीटों से कम पर बात नहीं मानेगी. प्रदेश अध्यक्ष के दावे ने जानिए क्यों राजद की टेंशन बढ़ा दी है. क्या है पूरा मामला...
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारी में सभी सियासी दलें जुट चुकी है. महागठबंधन के दलों ने भी संगठन को मजबूत करने के लिए अपनी-अपनी तैयारी तेज कर दी है. राजद, कांग्रेस और वामदलें इसे लेकर अलग-अलग बैठकें कर रही हैं. एकतरफ जहां तेजस्वी यादव राजद कार्यकर्ताओं से मिलने और चुनाव के लिए संगठन की तैयारी को मजबूती देने के लिए जिलों का दौरा कर रहे हैं तो दूसरी ओर कांग्रेस ने फिर एकबार साफ कर दिया है कि वो इसबार भी उतनी ही सीटों पर अपने उम्मीदवारों को उतारेगी जितनी सीटों पर पिछले चुनाव में पार्टी ने प्रत्याशी उतारा था. यानी सीट बंटवारे में अपनी हिस्सेदारी कांग्रेस ने स्पष्ट कर दी है. हालांकि राजद की टेंशन इसे लेकर थोड़ी बढ़ सकती है.
कांग्रेस ने कम से कम 70 सीटों पर ठोका दावा
कांग्रेस के बिहार प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह ने साफ कर दिया है कि बिहार चुनाव 2025 में कांग्रेस हर हाल में कम से कम 70 सीट अपने खाते में जरूर लेगी. उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव 2025 में कांग्रेस 70 से कम सीटों पर चुनाव नहीं लड़ेगी. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव 2020 में भी कांग्रेस पार्टी 70 सीटों पर चुनाव लड़ी थी. उन्होंने लोकसभा चुनाव 2024 में पार्टी के प्रदर्शन को बेहतर बताते हुए कहा कि सीट बंटवारे को लेकर महागठबंधन में मतभेद की बात तब भी कही जा रही थी लेकिन हमारे बीच कोई मतभेद नहीं है.
कांग्रेस के दावे बढ़ा सकती है राजद की टेंशन
डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह ने ये बातें रविवार को पटना में प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में सेवादल के 101वें स्थापना दिवस पर आयोजित प्रांतीय सम्मेलन के बाद पत्रकारों से कही. उनके इस बयान से अब आगामी चुनाव में सीट शेयरिंग को लेकर एक संदेश साफ बाहर निकल चुका है कि कांग्रेस इसबार भी 70 सीट पर ही दावा ठोकेगी. वहीं कांग्रेस के इस दावे से राजद की चिंता कहीं ना कहीं बढ़ जरूर सकती है.
पिछले चुनाव का प्रदर्शन
दरअसल, पिछले चुनाव में राजद ने 243 में 144 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे और 75 सीटें जीतकर आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी बनी थी. वहीं कांग्रेस को 70 सीटें मिली थे लेकिन कांग्रेस के केवल 19 प्रत्याशी ही जीतकर विधायक बन सके थे. महागठबंधन की गाड़ी 110 सीटों तक पहुंच सकी थी और एनडीए ने 125 सीट जीतकर सरकार बना लिया. बिहार में बहुमत का आंकड़ा 122 है. बिहार चुनाव 2020 में जदयू केवल 43 सीटें जीत सकी थी. राजद ने कांग्रेस के प्रदर्शन को तब मुद्दा भी बनाया था.
लोकसभा चुनाव के दौरान भी दिखा था असर
आरजेडी की ओर से लोकसभा चुनाव के दौरान भी सीट शेयरिंग में कांग्रेस की दावेदारी पर कई बयान सामने आए थे जिसमें विधानसभा चुनाव के प्रदर्शन का हवाला दिया जाता था. अब आगामी चुनाव में जहां लालू यादव इसबार तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाने के लिए पूरा जोर लगाते दिखेंगे तो उस दौरान कांग्रेस के सीटों की संख्या पर क्या फैसला होगा, ये आने वाला समय ही बताएगा.