बिहार विधान सभा उपचुनाव: महागठबंधन में सीट शेयरिंग पर पेंच बरकरार, समझौते के मूड में नहीं कांग्रेस
बिहार में विधानसभा की खाली हुई दो सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर महागठबंधन में तानातानी बनी हुई है. कुशेश्वरस्थान सीट पर उम्मीदवार उतारने के लिए राजद और कांग्रेस दोनों आमने-सामने है.
बिहार में दो विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए नामांकन शुरू हो चुका है. लेकिन अभी महागठबंधन में यह पेंच उलझा हुआ है कि किस दल के उम्मीदवार पर बाजी लगायी जाएगी. राजद के अपने दावे हैं तो कांग्रेस के अपने. इस बीच प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा के बाद अब बिहार कांग्रेस के प्रभारी भक्त चरण दास ने भी कुशेश्वरस्थान सीट पर दावा ठोका है.
कांग्रेस कुशेश्वरस्थान सीट पर अपने उम्मीदवार के साथ चुनावी मैदान में उतरना चाहती है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बिहार कांग्रेस के प्रभारी भक्त चरण दास ने भी ये इच्छा जाहिर की है कि पिछली बार बहुत कम मार्जिन से कांग्रेसी इस सीट को हारी थी. इस बार महागठबंधन अगर मजबूती से चुनाव लड़े तो ये सीट निकल जाएगी.
भक्त चरण दास ने कहा कि जिन दो सीटों पर उपचुनाव होना है उसमें एक कांग्रेस और एक आरजेडी की रही है. लेकिन अभी वहां के वर्तमान हालात देखकर ही फैसले लेने होंगे. उन्होंने बताया कि कांग्रेस ने एक टीम को ग्राउंड रिपोर्ट लेने भेजा है.
बता दें कि बिहार विधानसभा उपचुनाव में कुशेश्वरस्थान से कांग्रेस अपना प्रत्याशी उतारने की तैयारी में जुट गयी है. उपचुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशियों के चयन के लिए पार्टी ने पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया है. यह कमेटी चुनाव लड़नेवाले प्रत्याशियों की सूची तैयार कर दो अक्तूबर को पार्टी को सौंप देगी. विधानसभा चुनाव 2020 में इस विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के प्रत्याशी डॉ. अशोक कुमार दूसरे स्थान पर रहे थे.
बिहार प्रभारी भक्त चरण दास ने इस विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशियों के चयन के लिए जिस कमेटी का गठन किया है उसमें आनंद माधव, कपिल देव प्रसाद यादव, कैसर खान, आइपी गुप्ता और अजय पासवान को शामिल किया है.
पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष समीर कुमार सिंह ने बताया कि कमेटी को दो दिनों के अंदर अपनी रिपोर्ट सौंपनी होगी. कांग्रेस का दावा है कि विधानसभा चुनाव 2020 में महागठबंधन के तहत यह सीट कांग्रेस के कोटे में थी और उसके प्रत्याशी दूसरे स्थान पर रहे थे.
Posted By: Thakur Shaktilochan