दानापुर. लाखों का कर्ज चुकाने से बचने के लिए एक व्यक्ति ने खुद के अपहरण की कहानी रच डाली. पत्नी को व्हाट्सएप पर मैसेज भेजकर अगवा होने की सूचना दी और फिरौती के लिए बीस लाख रुपये की मांग की. लेकिन रूपसपुर पुलिस ने उसके प्लान पर पानी फेर दिया. अपहरण की सूचना मिलते ही पुलिस अमित रंजन के मोबाइल लोकेशन के आधार पर तलाश शुरू की. इस पर अमित ने खुद को रूपसपुर पुलिस के सुपुर्द कर दिया. पुलिस के मुताबिक पूछताछ में पता चला कि कर्ज के बोझ के चलते अमित ने अपने ही अपहरण का नाटक रचा था. एएसपी दीक्षा ने बताया कि बरबीघा शेरपुर बरबीघा मूल निवासी व वर्तमान में रूपसपुर के गोला रोड लव कुश नगर में किरायेदार अमित रंजन की पत्नी मनीषा कुमारी ने 26 जुलाई को स्थानीय थाने में लिखित शिकायत की थी की मेरे पति अमित रंजन को अगवा कर लिया गया है और बीस लाख फिरौती मांगी जा रही है. दर्ज प्राथमिकी में मनीषा कुमारी ने बताया कि 25 जुलाई की सुबह 7 बजे घर से बोलकर निकाले थे कि खगड़िया एक व्यक्ति से मिलने जा रहे हैं. 26 जुलाई की सुबह व्हाट्सएप पर मैसेज आया था कि सिमरी-बख्तियापुर से मेरा अपहरण हो गया. बीस लाख रुपये इंतजाम करने को कहा. पुलिस को सूचना देने पर पति को जान से मारने की धमकी दी गयी थी. एएसपी ने बताया कि थानाध्यक्ष रणविजय कुमार के नेतृत्व टीम गठित ने छापेमारी कर अनुसंधान किया तो पता चला कि बहुत लोगों से कर्ज लिये हुए है और ऑनलाइन गेम खेलने में लगाता है. पुलिस अनुसंधान कर रही थी कि सोमवार को शाम में अमित रंजन ने खुद को रूपसपुर थाना पहुंच कर कहा कि हम सुरक्षित हैं. उन्होंने बताया कि पुलिस ने अमित से पूछताछ किया गया तो पुलिस के समक्ष स्वीकार किया कर्ज चुकाने में असमर्थ थे. जिसको लेकर अगवा की साजिश रची. एएसपी ने बताया कि अमित को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा जायेगा.
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