अगले सप्ताह शुरू होगा नाै जर्मन हैंगर का निर्माण

Patna News : माह के अंत तक शहर में 26 रैन बसेरे फंक्शनल हो जायेंगे, जबकि एक अगले महीने चालू होगा. इनमें सात स्थायी संरचना में और 20 जर्मन हैंगर में चलेंगे.

By Prabhat Khabar News Desk | November 10, 2024 12:24 AM

संवाददाता, पटना

माह के अंत तक शहर में 26 रैन बसेरे फंक्शनल हो जायेंगे, जबकि एक अगले महीने चालू होगा. इनमें सात स्थायी संरचना में और 20 जर्मन हैंगर में चलेंगे. 11 जर्मन हैंगर का निर्माण पहले ही पूरा हो चुका है और उनमें लोगों के आवासन के लिए फर्नीचर व अन्य जरूरी चीजों को लगाया जा रहा है, जबकि नाै जर्मन हैंगर का निर्माण अगले सप्ताह शुरू होगा. स्थायी संरचना वाले सात रैन बसेराें में चार पहले से ही फंक्शनल हैं, जबकि आर ब्लॉक और शेखपुरा मोड़ पर केंद्रीय विद्यालय के सामने दो स्थायी रैनबसेरा का निर्माण बीते सप्ताह पूरा हुआ है. इनमें फर्नीचर व अन्य जरूरी चीजों को लगाया जा रहा है. सातवां स्थायी रैनबसेरा एनआइटी मोड़ के पास बन रहा है, जिसका निर्माण इस माह के अंत तक पूरा हो जायेगा. फर्नीचर व आवासन के लिए जरूरी अन्य सुविधाओं को लगा कर अगले माह इसे भी फंक्शनल बना दिया जायेगा. डबल डेकर बेड, आरओ, रेफ्रिजरेटर, टीवी व सीसीटीवी लगेगा हरे रैन बसेरे में सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी लगा रहेगा. इनमें डबल डेकर बेड होंगे, आरओ लगा होगा, ताकि लोगों को शुद्ध पानी मिल पाये. ठंडे पानी के लिए रेफ्रिजरेटर भी लगा होगा. साथ ही लोगों के मनोरंजन के लिए टीवी भी लगा होगा. सामान रखने के लिए लॉकर की सुविधा भी होगी. पंखा और लाइट भी लगा होगा और टॉयलेट की सुविधा भी होगी. जरूरतमंद व्यक्ति इन सभी सुविधाओं का इस्तेमाल नि:शुल्क कर सकेंगे. पहले की तरह ये रैन बसेरे अब जाड़े में कुछ ही महीने ही नहीं बल्कि पूरे साल काम करेंगे. दो तरह के जर्मन हैंगर, 32 बेड वाले 15 और 44 बेड वाले पांच

जर्मन हैंगर दो तरह के बनेंगे. इनमें 32 बेड वाले 15 और पांच 44 बेड वाले पांच होंगे. स्थायी संरचना वाले रैन बसेराें में 25 बेड से लेकर 100 बेड तक होंगे. गायघाट पुल के नीचे स्थित रैनबसेरा की क्षमता सर्वाधिक 100 बेड की होगी, छोटी पहाड़ी और सैदपुर की क्षमता 50-50 बेड की होगी. मैकडोनाल्ड गोलंबर रैन बसेरे की क्षमता 25 बेड की होगी. इसके अलावा ऑर ब्लॉक, शेखपुरा मोड़ और एनआइटी मोड़ के पास निर्माणाधीन रैन बसेरे की क्षमता 50-50 बेड की होगी. पहले से बने स्थायी रैन बसेरे गायघाट पुल के नीचे

छोटी पहाड़ी सैदपुर

मैकडोवल गोलंबर

निर्माणाधीन स्थायी रैन बसेरे

आर ब्लॉक

शेखपुरा मोड़ केंद्रीय विद्यालय, बेली रोड

एनआइटी मोड़

यहां लग चुके हैं जर्मन हैंगर

सचिवालय गेट नंबर -3

हज भवन के पास

कॉलोनी मोड़, कंकड़बाग

बहादुरपुर पुल के नीचे

राजेंद्रनगर पुल के नीचे

वैशाली गोलंबर के पास, एनएमसीएच के पास

जगदेव पथ पुल के नीचे, मलाही पकड़ी के पास, पाटलिपुत्रा बस टर्मिनल, जीपीओ पुल के नीचे

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version