::जल संसाधन विभाग ने ध्वस्त पुलों के निर्माण का जिम्मा पुल निर्माण निगम को सौंपा
:: बिहार की अन्य नदी जोड़ योजनाओं और नहरों के मार्ग में पड़ने वाले पुल-पुलिया का तकनीकी जांच समिति द्वारा कराया गया सर्वेक्षण
संवाददाता,पटना
सीवान और सारण जिले में छाड़ी/ गंडकी नदी पर स्थित क्षतिग्रस्त छह पुल-पुलियों के स्थान पर नये पुलों के निर्माण का जिम्मा पुल निर्माण निगम को सौंप दिया गया है. जल संसाधन विभाग की ओर से यह जानकारी दी गयी है. इन छह पुलों के लिए करीब 23 करोड़ 93 लाख रुपये गंडक-छाड़ी-गंडकी-माही-गंगा नदी जोड़ योजना के संवेदक से वसूली गयी है. साथ ही संवेदक को उक्त नदी जोड़ योजना से संबंधित कोई भी भुगतान अगले आदेश तक रोक दिया गया है और उसे डिबार घोषित करते हुए अगली निविदाओं में भाग लेने से वंचित कर दिया गया है.
गंडक-छाड़ी-गंडकी-माही-गंगा नदी जोड़ योजना के कार्यान्वयन के क्रम में छाड़ी नदी की उड़ाही कराई जा रही थी. जुलाई के शुरू में नदी में जल स्तर बढ़ने पर तीन से चार जुलाई के बीच महाराजगंज एवं दरौंदा तथा सारण के लहलादपुर एवं बनियापुर प्रखंडों में कुल छह पुल-पुलिया क्षतिग्रस्त हो गये थे.
छाड़ी/गंडकी नदी पर अवस्थित पुल-पुलिया के क्षतिग्रस्त होने के बाद की गई कार्रवाईइस मामले की जांच विभागीय उड़नदस्ता संगठन से करायी गयी. इसमें योजना के कार्यान्वयन में लापरवाही बरतने, इस नदी पर अवस्थित पुल-पुलिया को सुरक्षित रखे जाने हेतु एहतियातन कदम नहीं उठाये जाने, समुचित तकनीकी पर्यवेक्षण नहीं किये जाने एवं कार्य के प्रति उदासीनता बरते जाने के लिए संबंधित क्षेत्रीय अभियंता दोषी पाये गये तथा कार्यान्वयन में लापरवाही बरतने के लिए कार्यकारी संवेदक दोषी पाये गये.
दोषी अभियंताओं के विरुद्ध कार्रवाईःजल संसाधन विभाग के 11 अभियंताओं तत्काल प्रभाव से अगले आदेश तक के लिये निलंबित कर दिया गया है.
पुल-पुलिया संरचनाओं की तकनीकी रिपोर्ट मिली, काम शुरूछाड़ी/गंडकी/माही नदियों सहित बागमती-बेलवाधार-बूढ़ी गंडक नदी जोड़ योजना एवं बागमती-शांतिधार-बूढ़ी गंडक नदी जोड़ योजना के एलाईन्मेट पर पड़ने वाले पुल-पुलिया संरचनाओं की जांच की रिपोर्ट विभाग को मिल गयी है. रिपोर्ट के अनुसार असुरक्षित पाये गये पुल-पुलिया पर आवागमन पर रोक लगा दी गयी है.असुरक्षित पुलों के स्थान पर भी नये पुलों का निर्माण किया जायेगा.जल संसाधन विभाग द्वारा छाड़ी/ गंडकी नदी पर अवस्थित 31 अदद् पुल-पुलिया संरचनाओं पर बाढ़ संघर्षात्मक कार्य कराकर उसे सुरक्षित रखा गया है.
साथ ही नदियों/धारों/नहरों को पुनर्जीवित करने/उनकी जल वहन क्षमता बढा़ने हेतु की जाने वाली योजनाओं से संबंधित मानक संचालन प्रक्रिया का निर्धारण कर दिया गया है. जल संसाधन विभाग के अतिरिक्त अन्य कार्य विभागों द्वारा भी पुल-पुलिया/संरचनाओं के रख-रखाव हेतु मानक संचालन प्रक्रिया निर्धारित किया गया है. इससे योजनाओं का कार्यान्वयन तकनीकी मापदंडों के अनुरूप गुणवत्ता एवं विशिष्टि के साथ कराया जा सकेगा. साथ ही प्रस्तावित/कार्यान्वित की जा रही योजनाओं पर अवस्थित पुल-पुलिया/संरचनाओं को भी सुरक्षित रखा जा सकेगा. ्डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है