Smart Meter: बिहार में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का काम तेजी से जारी है, लेकिन इसके साथ ही उपभोक्ताओं के बीच इसे लेकर कई तरह की भ्रांतियां भी फैली हुई है. इन समस्याओं के समाधान के लिए ऊर्जा विभाग ने एक नई पहल की घोषणा की है. जिसके तहत अब किसी उपभोक्ता के घर स्मार्ट मीटर लगाने से पहले उन्हें इसके कार्यप्रणाली और इसके फायदे के बारे में जानकारी दी जाएगी. बिजली कंपनियों ने कहा है कि इसका उद्देश्य उपभोक्ताओं को इस नई तकनीक के बारे में जागरूक करना और उन्हें संतुष्टि प्रदान करना है.
मीटरों की तुलना कर लोगों को दी जाएगी जानकारी
इस दिशा में उपभोक्ताओं को उनके आसपास सरकारी और निजी परिसरों में लगे स्मार्ट प्रीपेड मीटर और पारंपरिक मीटरों का तुलनात्मक अध्ययन कर लाभ की जानकारी दी जाएगी. साथ ही, जिन क्षेत्रों में संचार नेटवर्क से संबंधित चुनौतियां हैं, वहां वैकल्पिक समाधान ढूंढे जाएंगे ताकि उपभोक्ताओं को बिना किसी असुविधा के समय सेवा प्रदान की जा सके.
उपभोक्ताओं को क्या बताया जाएगा?
लोगों को स्मार्ट मीटर से संबंधित जानकारी देने के लिए दोनों डिस्कॉम कंपनियों और कार्यरत एजेंसियां व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान चलायेंगी. इसमें उपभोक्ताओं को स्मार्ट प्रीपेड मीटर के लाभ जैसे बिजली के बेहतर प्रबंधन, बिलिंग में पारदर्शिता, सही मीटर रीडिंग के आधार पर बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के बिलिंग, रीयल टाइम पर बिजली के उपयोग की जानकारी एवं खर्च का नियंत्रण व बचत और बिजली की बचत के फायदे समझाए जायेंगे. इस प्रयास से उपभोक्ताओं को उनके बिजली खर्च पर बेहतर नियंत्रण मिलेगा और वे अधिक जागरूक एवं संतुष्ट होंगे.
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क्या कहते हैं अधिकारी
ऊर्जा विभाग के सचिव एवं बीएसपीएचसीएल के सीएमडी पंकज कुमार पाल ने इस संबंध में कहा कि हमारा उद्देश्य उपभोक्ताओं को आधुनिक तकनीक का लाभ देना है. इससे न केवल बिजली के बेहतर प्रबंधन में सहायता मिलेगी, बल्कि उपभोक्ता भी अपने खर्च और बिजली के उपयोग पर अधिक नियंत्रण महसूस करेंगे.