-छात्रों से ही विश्वविद्यालय और छात्रों के चेहरे की खुशी ही हमारी खुशी : राज्यपाल
-हर विद्यार्थी में लक्ष्य प्राप्ति के लिए हो इच्छाशक्ति
-नौकरी करने वाला नहीं, नौकरी देने वाला बनें विद्यार्थी
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संवाददाता, पटना
पटना विश्वविद्यालय की ओर से शनिवार को दीक्षांत समारोह का आयोजन पटना वीमेंस कॉलेज के वेरोनिका ऑडिटोरियम में किया गया. समारोह की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय के कुलाधिपति राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा कि छात्रों से ही विश्वविद्यालय और छात्रों के चेहरे की खुशी ही हमारी खुशी है. उन्होंने कहा कि हर विद्यार्थी के पास अपना एक लक्ष्य होना चाहिए, जिसकी प्राप्ति के लिए वे खुद में इच्छाशक्ति उत्पन्न करें और अपने लक्ष्य को हर हाल में प्राप्त करने की कोशिश करें. उन्होंने कहा कि विद्यार्थी नौकरी करने वाला नहीं, बल्कि नौकरी देने वाला बनने की कोशिश करें. उन्होंने कहा कि मौजूदा दौर में स्टार्टअप के लिए सरकार की ओर से काफी सहयोग किया जा रहा है. विद्यार्थी नौकरी के बजाय खुद का व्यवसाय खड़ा करने के बारे में सोचें. उन्होंने कहा कि सभी विद्यार्थियों को स्टार्टअप के लिए बेहतर मार्गदर्शन देने के लिए सभी विश्वविद्यालय में आंत्रप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट सेल तैयार किया जायेगा. उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन को दो माह के अंदर आंत्रप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट सेल गठित करने का निर्देश दिया. वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में भारतीय भाषा समिति के अध्यक्ष चमू कृष्ण शास्त्री ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि नयी शिक्षा नीति के तहत भारतीय भाषाओं में शिक्षा को बढ़ावा देने की बात कही. दीक्षांत समारोह में पीजी सत्र 2021-23 के विभिन्न विभागों के कुल 43 गोल्ड मेडलिस्ट विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल और सर्टिफिकेट प्रदान किया गया. इसमें 31 छात्राएं और 12 छात्रों को सम्मानित किया गया. इसके साथ ही 47 शोधार्थियों को पीएचडी की उपाधि देते हुए उन्हें शपथ दिलायी गयी. मौके पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो अजय कुमार सिंह, कुलसचिव प्रो शालिनी समेत विश्वविद्यालय के सभी शिक्षक मौजूद रहे.
विद्यार्थियों में श्रद्धा का भाव विकसित करना है आवश्यक : चमू कृष्ण शास्त्री
दीक्षांत समारोह में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए विशिष्ट अतिथि भारतीय भाषा समिति के अध्यक्ष चमू कृष्ण शास्त्री ने कहा कि आज के युवाओं में श्रद्धा भाव की कमी है, जिसे विकसित करना शिक्षकों और विद्यार्थियों के लिए आवश्यक है. विद्यार्थियों में शिक्षक के प्रति श्रद्धा का भाव उनके ज्ञान से नहीं बल्कि शिक्षकों के आचरण के कारण विकसित होता है. उन्होंने कहा कि दुनिया श्रद्धा के आधार पर ही चलती है. चमू कृष्ण शास्त्री ने कहा कि बदलते समय के साथ जरूरतें बदलती हैं, लेकिन सत्य और धर्म कभी नहीं बदलता है. शिक्षा का आधार सत्य और धर्म होना चाहिए. उन्होंने शिक्षा को चार स्तंभों के सहारे बेहतर करने की बात कही. इसमें टेक्नोलॉजी, नवाचार, भारतीय भाषा और भारतीय ज्ञान परंपरा को सभी विषयों से जोड़ते हुए विद्यार्थियों को पढ़ाने की बात कही. उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि समस्या के पक्षधर नहीं, बल्कि समस्या के निदान पर अपनी ऊर्जा लगाएं. अगर विद्यार्थियों में इच्छाशक्ति होगी, तो हर समस्या का वह निदान आसानी से कर सकेंगे.
शोध कार्यों में नया कीर्तिमान रचेगा विश्वविद्यालय
विश्वविद्यालय कुलपति प्रो अजय कुमार सिंह ने कहा कि अगले साल तक विश्वविद्यालय में बहुमंजिला एकेडमिक और एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक तैयार हो जायेगा. इसके साथ ही साइंस ब्लॉक के लिए भी राज्य सरकार की ओर से मंजूरी मिल चुकी है. अब शोध कार्यों में भी विश्वविद्यालय काफी तेजी अपने कदम आगे बढ़ा रहा है और आने वाले समय में शोध कार्यों में नये कीर्तिमान रचेगा. इसके साथ ही उन्होंने प्लेसमेंट के लिए विभिन्न कंपनियों को बुलाने और विद्यार्थियों को इंटरेक्शन सेशन में शामिल होने की अपील की. कुलपति ने कहा कि जल्द ही सैदपुर कैंपस में भी निर्माण कार्य शुरू किया जायेगा. उन्होंने कहा कि छात्राओं की सुविधा के लिए दो मल्टी स्टोरी छात्रावास का भी निर्माण किया जा रहा है.इन्हें किया गया गोल्ड मेडल से सम्मानित
फैकल्टी ऑफ ह्यूमैनिटीज
नाम- विषय (पीजी)
मधु कुमारी- हिंदी
प्रज्ञा- इंग्लिशरुचिका राज- इंग्लिश
मयंक कुमार- संस्कृतभावेश मिश्रा- मैथिली
बबली प्रमाणिक- बंगालीशफीकुल आलम- अरबी
शमशेर अंसारी- उर्दूजया दिप्ती- फिलॉस्फी
सिमरन कुमारी- एमजेएमसीअंचल सिंह- म्यूजिक
फैकल्टी ऑफ सोशल साइंस
नाम- विषय
अदिति कश्यप- हिस्ट्रीनेहा कुमारी- पॉलिटिकल साइंस
हिना परवीन- होम साइंसशुभम कुमार उपाध्याय – एआइएच एंड आर्क
इशिता आर्या- एम सोशियोलॉजीजाह्नवी सिंह- इकोनॉमिक्स
प्राची सिंह- साइकोलॉजीसोनी कुमारी- जियोग्राफी
निशा पांडेय- पीएमआइआर एंड आइआरशाश्वती वर्धान- रूरल स्टडी
दिव्या- सोशल वर्कअदिति राज- वीमेंस स्टडी
श्वेता राज- लाइब्रेरी साइंसआनंद प्रकाश- लाइब्रेरी साइंस
फैकल्टी ऑफ साइंस
नाम- विषय
अभय कुमार सिंह-फिजिक्सअंशु रानी- केमिस्ट्री
कृष्णा कुमार- जूलॉजीशगफ आफरीन- जूलॉजी
अरविंद कुमार- बॉटनीतेजस्विनी- जियोलॉजी
आशीष राज- मैथेमेटिक्सशैली मखारिया- स्टैटिस्टिक्स
साक्षी कुमारी- बायोकेमिस्ट्रीराशिका- बायोटेक्नोलॉजी
सिदराह फिरदौस- इंवायरमेंटल साइंसअमृता सिंह- इंवायरमेंटल साइंस
शीतल कुमारी- एमसीएअनवी आर्य- एमसीए
फैकल्टी ऑफ कॉमर्स
नाम- विषय
प्रकाश शर्मा- एम कॉमनिधि कुमारी- एमबीए
फैकल्टी ऑफ लॉ
नाम- विषय
विनीत कुमार- एलएलएमफैकल्टी ऑफ एजुकेशन
नाम- विषय
काजोल कुमारी- एमएड
गोल्ड मेडलिस्ट ने कहा-सम्मान पाकर बढ़ी जिम्मेदारी
गोल्ड मेडल पाकर काफी खुशी हो रही है. सम्मान पाकर आगे भी बेहतर करने की जिम्मेदारी बढ़ गयी है. एक बेहतर शिक्षक बनने का सपना है. मैं अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार के सदस्यों और शिक्षकों को देना चाहती हूं.
मधु कुमारी, हिंदी विभाग
मेहनत और लगन की वजह से मुझे आज गोल्ड मेडल मिला है. फिलहाल मैंने नेट क्वालिफाइ किया है. आगे मैं असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में कार्य करना चाहती हूं.
–रुचिका, अंग्रेजी विभाग
मैंने शुरुआत से रुटीन का पालन करते हुए परीक्षा की तैयारी की थी. मेरी मेहनत की वजह से मुझे गोल्ड मेडल मिला है. फिलहाल मैं आइपीआरडी में पीआरओ के पद पर कार्यरत हूं. मैं अपनी सफलता का श्रेय अपने शिक्षकों को देती हूं.–
सिमरन, एमजेएमसी, विभाग
– सम्मान पाकर काफी खुशी हो रही है. इस सम्मान ने हमारी जिम्मेदारी बढ़ा दी है. मेरी कोशिश रहेगी कि आगे भी विश्वविद्यालय का नाम अपने कार्यों से रोशन करूं. मैं यूपीएससी में सफलता हासिल करने के लिए तैयारी कर रही हूं.–
अदिति, इतिहास विभाग
मैं अपनी इस सफलता का श्रेय अपनी मां को देना चाहती हूं. उन्होंने मुझे पढ़ाई में काफी सपोर्ट किया है. आगे मैं शिक्षक बनकर विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा प्रदान करना चाहती हूं.–
अंशु रानी, केमिस्ट्री विभाग
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