Corona crisis : कोरोना की चपेट में पटना की दवा मंडी, तीन दिनों तक बंद रहेगा दवा बाजार
Corona crisis : पटना : कोरोना वायरस संक्रमण का प्रकोप बिहार के थोक दवा विक्रेताओं की प्रमुख मंडी गोविंद मित्रा रोड तक पहुंच गयी है. बताया जाता है कि प्रमुख दवा मंडी के दवा व्यवसायी कोरोना से संक्रमित हो गये हैं. मालूम हो कि दवा कंपनी के एक प्रतिनिधि का निधन भी कोविड-19 से हो चुका है.
पटना : कोरोना वायरस संक्रमण का प्रकोप बिहार के थोक दवा विक्रेताओं की प्रमुख मंडी गोविंद मित्रा रोड तक पहुंच गयी है. बताया जाता है कि प्रमुख दवा मंडी के दवा व्यवसायी कोरोना से संक्रमित हो गये हैं. मालूम हो कि दवा कंपनी के एक प्रतिनिधि का निधन भी कोविड-19 से हो चुका है.
कोरोना संक्रमण के राजधानी पटना में बढ़ते प्रकोप को लेकर कई दवा दुकानदारों का दवा मंडी में आना-जाना हुआ है. इससे स्थानीय दवा विक्रेताओं और उनके कर्मियों में दवा मंडी में आकर काम करने में भय सताने लगा है.
दवा मंडी में कोरोना संक्रमण को लेकर पटना केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने सोमवार को आकस्मिक बैठक की. इसमें निर्णय किया गया है कि पूरी दवा मंडी को केमिस्ट्स संगठन द्वारा सेनेटाइज कराया जायेगा.
एसोसिएशन ने दवा मंडी की सभी दवा दुकानें को 30 जून से दो जुलाई तक लगातार तीन दिन तक बंद रखने का एलान किया है. हालांकि, बैठक में पीड़ितों की असुविधा को देखते हुए जीवन रक्षक दवाओं की उपलब्धता जारी रखी जायेगी. साथ ही संगठन द्वारा दवाओं की आपूर्ति कराने की व्यवस्था भी की जायेगी.
केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन ने दवाओं की निर्बाध आपूर्ति के लिए सरकार से मांग की है कि दवा मंडी में केवल दवाओं की मालवाहक गाड़ी को सुबह 10 बजे से अपराह्न दो बजे तक ही प्रवेश करने दिया जाये. साथ ही वापसी के लिए समय निर्धारित नहीं हो. अन्य किसी भी प्रकार के वाहन को दवा मंडी में सुबह 10 बजे शाम सात बजे तक प्रवेश बंद रखा जाये. पूरी दवा मंडी को सप्ताह में कम-से-कम एक बार सरकारी व्यवस्था के अंतर्गत कोरोना संकट तक सैनेटाइज कराने की व्यवस्था की जाये. साथ ही इलाके से फुटकर दुकानों को हटाया जाये.