Corona Impact: बिहार के विश्वविद्यालयों में अभी परीक्षा के आसार नहीं, नामांकन को लेकर संशय बरकरार
पटना विश्वविद्यालय, पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय समेत तमाम विश्वविद्यालयों व कालेजों में परीक्षा के कोई आसार नहीं दिख रहे हैं. इसका कारण है लगातार लाकडाउन का बढ़ना. कालेज नहीं खुलने और परीक्षाओं पर सरकार के द्वारा ही रोक लगी हुई है. लेकिन समस्या यह है कि जो फाइनल इयर के छात्र हैं, उनमें आगे जब नामांकन प्रक्रिया शुरू होगी, उसको लेकर संशय की स्थिति है. छात्र इस बात को लेकर परेशान हैं कि अगर उनकी परीक्षा समय पर नहीं हुई तो जब नामांकन के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू होगी तो वे क्या करेंगे. ये सभी छात्र इस प्रश्न का हल खोज रहे हैं, लेकिन उन्हें जवाब मिलता नहीं दिखाई दे रहा है.
पटना विश्वविद्यालय, पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय समेत तमाम विश्वविद्यालयों व कालेजों में परीक्षा के कोई आसार नहीं दिख रहे हैं. इसका कारण है लगातार लाकडाउन का बढ़ना. कालेज नहीं खुलने और परीक्षाओं पर सरकार के द्वारा ही रोक लगी हुई है. लेकिन समस्या यह है कि जो फाइनल इयर के छात्र हैं, उनमें आगे जब नामांकन प्रक्रिया शुरू होगी, उसको लेकर संशय की स्थिति है.
छात्र इस बात को लेकर परेशान हैं कि अगर उनकी परीक्षा समय पर नहीं हुई तो जब नामांकन के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू होगी तो वे क्या करेंगे. ये सभी छात्र इस प्रश्न का हल खोज रहे हैं, लेकिन उन्हें जवाब मिलता नहीं दिखाई दे रहा है.
इधर, छात्र संगठन लगातार सभी छात्रों को सीबीएसइ व आइसीएसइ के तर्ज पर प्रोमोट करने की मांग कर रहे हैं. इसको लेकर एआइएसएफ के प्रतिनिधिमंडल ने शिक्षा मंत्री के समक्ष भी प्रोमोट करने का प्रस्ताव रखा था. हालांकि प्रथम व द्वितीय वर्ष तक के छात्रों को प्रोमोट किया जा सकता है, लेकिन थर्ड इयर के छात्रों को भी प्रोमोट किया जाये या नहीं यह निर्णय यूजीसी या केंद्र सरकार ही ले सकती है.
कोरोना की वजह से सबसे अधिक नुकसान छात्रों की पढ़ायी का हो रहा है. न तो वे परीक्षा ही दे पा रहे हैं और न ही ठीक से क्लास ही हो रहा है. नामांकन को लेकर भी सेशन गैप का खतरा इन छात्रों पर मंडरा रहा है.
विवि के द्वारा फार्म भरवाया जा रहा है. विवि की तैयारी पूरी है. जैसे ही लाॅकडाउन समाप्त होगा, शेड्यूल जारी कर परीक्षाएं जल्द से जल्द आयोजित की जायेंगी. प्रोमोट करने का निर्णय विवि नहीं ले सकती है. यह यूजीसी, राजभवन या सरकार ही कर सकती है. जैसा गाइडलाइन विश्वविद्यालयों के लिए जारी होगा, विवि उसी के अनुरूप कार्य करेंगे.
महेश मंडल, परीक्षा नियंत्रक, पीपीयू
सरकार से निर्देश का इंतजार है. जैसे ही स्थिति सामान्य होगी, तेजी से परीक्षाओं का आयोजन कराया जायेगा.
प्रो अनिल कुमार, डीएसडब्ल्यू, पीयू
Posted By: Thakur Shaktilochan